लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने कहा है कि मोदी सरकार की विश्वसनीयता खत्म हो रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी भारतीय जनता पार्टी चुनाव हारेगी। वह रविवार को लखनऊ में समाजवादी सिन्धी समाज के प्रांतीय अधिवेशन में शामिल होने के लिए आए थे। जेठमलानी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की छवि साफ-सुथरी है और वह देश का भविष्य हैं। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाने समेत तमाम वादों के मद्देनजर उन्होंने नरेंद्र मोदी का सहयोग किया था, लेकिन अब वह खुद को इसके लिए गुनहगार और ठगा हुआ महसूस करते हैं। जेठमलानी ने कहा कि मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में उनका भी सहयोग रहा है, क्योंकि इस भाजपा नेता ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान विदेशी बैंकों में जमा धन को भारत वापस लाने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी कालाधन वापस नहीं लाए, जिसकी उन्हें काफी पीड़ा है। अब ऐसा लगता है कि मोदी अपना वादा पूरा नहीं करेंगे। पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, 'मैं अपने आपको ठगा हुए महसूस करता हूं और खुद को गुनहगार मानता हूं कि मैंने मोदी की मदद की। मैं आपके बीच यह भी कहने आया हूं कि आप लोग प्रधानमंत्री की बातों का भरोसा ना करें।' सपा के राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि वह जेठमलानी का बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि वह हमेशा न्याय की बात करते हैं।
उन्होंने सिन्धी सभा के प्रतिनिधियों को उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया, ताकि समाजवादी पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आ सके। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास का मुद्दा जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों के लिए जरूरत पड़ी तो यूपी में उनको बसाने का भी काम करेंगे। इसके लिए वह सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव व रामजेठमलानी की मदद लेंगे। अमर सिंह ने कहा कि जो फलदार पेड़ होता है, उसे ही पत्थर मारे जाते हैं। वह अपमान सहता है। उन्होंने कहा कि ऐसा ही हाल रामजेठमलानी का है। वह ऐसे फलदार पेड़ हैं जिन्हें वक्त वे वक्त पर पत्थर मारे जाते रहे हैं । वह खुद भी छोटे फलदार पेड़ हैं जिसे छोटे छोटे पत्थर मारे जाते हैं। उन्होंनें कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को राजनीति के साथ साथ अपने स्वास्थ्य की चिंता भी करनी चाहिए और उन्हें आराम करना चाहिए। इससे पहले सिंधी सभा के अध्यक्ष अशोक अंशवानी ने सपा को ज्ञापन देकर मांग रखी कि सरकार व पार्टी में सिंधियों को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए। प्रदेश में रहने वाले 35 लाख सिंधियों के लिए सिंधी कल्याण बोर्ड बनाया जाए। सिंधी भाषाई अल्पसंख्यक हैं। अत: उन्हें अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जाए।