लखनऊ: केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज (मंगलवार) कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के लिये दी जाने वाली सब्सिडी खत्म करने का भ्रम फैलाया जा रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि यह सरकार सबसे ज्यादा अनुदान दे रही है। सिंह ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत यहां गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन वितरित करने के बाद कहा, ‘कभी-कभी लोग भ्रम पैदा करने की कोशिश करते हैं कि यह सरकार सब्सिडी समाप्त कर देगी। आज मैं आपको बताना चाहता हूं कि पहले सरकारें जितनी सब्सिडी देती थीं, हम उससे ज्यादा दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इस वित्तीय वर्ष में केन्द्र सरकार दो लाख 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी देगी, मगर लोगों में भ्रम पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हमारी सरकार की सोच तो यह है कि गैस सिलिण्डर के माध्यम से नहीं बल्कि गैस पाइपलाइन के जरिये सीधे लोगों के घरों तक गैस पहुंचे। हमें खुशी है कि ऑयल कॉरपोरेशन इस काम को शुरू कर चुका है।’ उन्होंने कहा, ‘उड़ीसा के पारादीप से गैस चलेगी और पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखण्ड होते हुए लखनऊ भी आएगी। जिस तरह पानी और बिजली का कनेक्शन है, ठीक उसी तरह गैस का कनेक्शन भी होगा।’ सिंह ने उज्ज्वला योजना को लागू करने में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि योजना के तहत पांच करोड़ कनेक्शन दिये जाने से केन्द्र सरकार पर 8000 करोड़ रुपये का व्ययभार पड़ेगा।
मोहनलालगंज से भाजपा के सांसद कौशल किशोर ने इस मौके पर शिकायत की कि गैस एजेंसी के संचालक उज्ज्वला योजना के उद्देश्यों पर कुठाराघात कर रहे हैं। वे कनेक्शन लेने के लिये पहुंचने वाले हर व्यक्ति से 1600 रुपये ले रहे हैं और किस्त व्यवस्था का लाभ भी नहीं दे रहे हैं। इण्डियन ऑयल कॉरपोरेशन के राज्य संयोजक अविनाश वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश में उज्ज्वला योजना के तहत अब तक तीन लाख 10 हजार से ज्यादा गैस कनेक्शन दिये जा चुके हैं। जुलाई के अंत तक यह आंकड़ा 10 लाख तक पहुंच जाएगा। इस अवसर पर 150 गरीब महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन दिया गया।