लखनऊ (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी से 6 साल के निष्कासन के बाद पुनः पार्टी में लौटे अमर सिंह ने आज यहां जहां मुलायम सिंह यादव का गुणगान किया वहीं भाजपा, कांग्रेस और बसपा पर तीखे प्रहार किये। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में बलात्कार, सामूहिक हत्याकांड़, व्यापम जैसा घोटाला या मादक पदार्थों की तस्करी महज दुर्घटना हैं, जिनके लिए वहां की सरकारें जिम्मेदार नहीं है। लेकिन उत्तर प्रदेश की हर घटना के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाता है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर कहा कि गुजरात का एक अंहकारी नेता उत्तर प्रदेश आकर हमें धमका रहा है। समाजवादी पार्टी से राज्यसभा का चुनाव जीतने के दूसरे दिन रविवार को अमर सिंह भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर हो उठे। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिये बिना कहा कि गुजरात का एक नेता यूपी में आकर हमें धमकाने का काम कर रहा है। अमर सिंह ने मथुरा कांड में राज्य सरकार का बचाव करते हुए जवाहर बाग की घटना के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। अमर सिंह लखनऊ में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मथुरा कांड में केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को समय रहते कोई इनपुट नहीं दिया। यदि वहां से समय से जानकारी मिल गई होती तो राज्य सरकार समय रहते कार्रवाई कर देती।
मथुरा मामले में केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाली आईबी पूरी तरह से फेल साबित हुई है। हालांकि अमर सिंह ने यह भी कहा कि मथुरा के जवाहर बाग में उड़ीसा, झारखण्ड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के होने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता। सपा नेता ने कहा कि प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल सिंह यादव का मथुरा कांड से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने खुलासा किया कि जय गुरुदेव तो शिवपाल को गोद लेना चाहते थे, पर वह वहां की गद्दी सम्भालने के लिए नहीं गए। यदि मुझे इतनी सम्पत्ति मिलती तो मैं ले लेता। कैराना मामले से सम्बंधित सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि पहले भाजपा अपने शासित राज्यों का हाल देखे। उन्होंने कहा कि हम लोग काम तो करते हैं पर प्रचार नहीं कर पाते। इसी का फायदा उठाकर विरोधी दल अनाप-शनाप आरोप लगा देते हैं। यूपी में तो जिसका जो मन होता है आकर धमकाने वाले अंदाज में बोल जाता है। उन्होंने कहा कि परमाणु संधि का विरोध करने वाली भाजपा आज इसका श्रेय ले रही है। उस समय सपा ने ही इस मुद्दे पर साथ दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पहले मुलायम सिंह यादव परमाणु समझौते की वकालत कर चुके हैं। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के मथुरा पर दिये गए बयान को अमर सिंह अनुचित करार दिया।