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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हाल में सम्पन्न पंचायत चुनावों में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने के आरोप में अखिलेश यादव ने आज (बुधवार) सपा के चार विधायकों को निलम्बित तथा एक पूर्व सांसद समेत 10 नेताओं और पदाधिकारियों को निष्कासित कर दिया गया। सपा के प्रान्तीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में सीतापुर, शाहजहांपुर, फतेहपुर, मिर्जापुर तथा श्रावस्ती में पार्टी के घोषित प्रत्याशियों के खिलाफ काम करके अनुशासनहीनता करने वाले नेताओं तथा पदाधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की है।

उन्होंने बताया कि सीतापुर जिले से पार्टी के चार विधायकों महेन्द्र सिंह उर्फ झीन बाबू, अनूप गुप्ता, राधेश्याम जायसवाल तथा मनीष रावत को विधानमण्डल दल तथा सपा से निलम्बित करते हुए उनके खिलाफ जांच के लिये एक समिति गठित की गयी है। चौधरी ने बताया कि अखिलेश ने सीतापुर में पार्टी की जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया है। आरोप है कि इन विधायकों और नेताओं ने पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी सीमा गुप्ता के बजाय उसका विरोध करने पर दल से निकाले गये विधायक रामपाल यादव के बेटे जितेन्द्र यादव को सीतापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जिताने में मदद की। चौधरी ने बताया कि इसके अलावा शाहजहांपुर से पूर्व सांसद मिथिलेश कुमार, पूर्व विधायक अचल सिंह और पूर्व राज्यमंत्री समरजीत सिंह समेत 10 नेताओं और पदाधिकारियों को पार्टी से छह साल के लिये निकाल दिया गया है।

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