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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि आगामी चुनावों में गठबंधन नहीं करेंगे, सिर्फ सपा में विलय का रास्ता ही खुला है। राष्ट्रीय सम्मेलन में इस बाबत प्रस्ताव पास है। उन्होंने यह भी कहा कि पांच सौ और एक हजार का नोट बंद करने के तरीके से वह सहमत नहीं हैं। यह जनता के खिलाफ है। मुलायम ने कहा कि कालेधन वालों के खिलाफ हम भी हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि इमरजेंसी के बाद पहली बार देश के हालात खराब होने जैसी स्थिति है। ये अब तक की सबसे खराब स्थिति है। हम इसका विरोध करेंगे। इसके खिलाफ जनमत तैयार करेंगे और इस सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा की बधिया बैठ जाएगी। मुलायम ने कहा कि जो भी विपक्ष में है, इसका विरोध करेगा। सरकार में लोग डरे हैं। जानते हैं कि गलत हो रहा है। वह लोग जानते हैं कि घटिया काम है, लेकिन कोई बोल नहीं रहा है। सपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा ने कहा था कि विदेश से कालाधन लाएंगे। जब दबाव पड़ा जनता कि कालाधन लाइए तो प्रधानमंत्री ने जल्दबाजी में ये घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि सोने का दाम आठ तारीख को 30 हजार रुपये था लेकिन 9 नवंबर को 45 हजार रुपये प्रतिग्राम हो गया। मैं इसलिए कह रहा हूं कि शादी-ब्याह के वक्त कितनी दिक्कत हो गई है। शादियां नहीं हो रही हैं। शादियां रुक गयी हैं। माता-पिता ने शादी के लिए व्यवस्था की होगी, लेकिन इस फैसले से वह रुक गयी है।

यही हाल रहा तो लाखों बेटियों का कन्यादान रुक जाएगा। उन्होंने कहा कि पैसा जलाया जा रहा है। अराजकता का माहौल हो गया है। एक गरीब महिला की मौत हो गयी, वह चार नोट लेकर बैंक गयी थी। उन्होंने कहा कि घरों की महिलायें अपने पति से चुरा कर पैसा रख लेती हैं। मोदी के फैसले से महिलाओं का भविष्य अंधकार में है। पांच लाख रुपया महिला को जमा करने की अनुमति होनी चाहिए, उन पर कोई कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। हाल यह है कि आम जनता को जरूरत का सामान नहीं मिल रहा है। देश की जनता तनाव में है। इस घोषणा के बाद अस्पतालों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। दवाई नहीं मिल रही है। भाजपा को केवल चुनाव दिख रहा है। गरीब जनता नहीं। उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि थोड़े दिन के लिए ये फैसला वापस लिया जाना चाहिए। एक हफ्ते या 10 दिन या एक महीने का वक्त दिया जाय, उसके बाद कोई मौका ना दिया जाय। हम पक्ष में रहेंगे। एक हफ्ते का ही समय दिया जाय, लेकिन दिया जाय। उन्होंने कहा कि किसान बर्बाद हो जाएगा। व्यापार विश्वास पर चलता है। मोदी साहब के इस कदम ने अविश्वास पैदा कर दिया है। व्यापार बंद होगा और देश की अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से कंसट्रक्शन बंद हो जाएगा। बेरोजगारी बढ़ेगी। दो वक्त की रोटी नहीं मिलेगी तो स्थित खराब हो जाएगी। आपातकाल जैसी स्थिति हो जाएगी। एक बार कांग्रेस ने इमरजेंसी लगाई थी लेकिन मोदी ने बिना जेल भेजे नजरबंद कर दिया है। जबकि काला धन विदेशों में जमा है और उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

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