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तिरवनंतपुरम: केरल के चर्चित सौर घोटाला में मुख्य आरोपी केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी और मंत्री अरायादान मोहम्मद पर रिश्वत स्वीकार करने का आरोप लगा है। हालांकि दोनों ने ही इस आरोप का खंडन किया है। कोच्चि में कथित घोटाले की जांच कर रहे न्यायमूर्ति शिवराजन आयोग के समक्ष गवाही देते हुए मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने कहा कि 1.90 करोड़ रुपये चांडी के मुख्य सहायक को राज्य में विशाल सौर परियोजना स्थापित करने के लिए दिए गए थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने बिजली मंत्री अरायादान मोहम्मद के पीए को रिश्वत के तौर पर 40 लाख रुपये दिए थे। चांडी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह सरिता का मामले से बच निकलने का प्रयास है।

चांडी ने कहा, उसे बताने दें कि हमें रिश्वत देने से उसे क्या फायदा मिला। उन्होंने कहा कि राहत कोष के लिए सरिता ने जो चेक दिया था वह भी बाउंस हो गया था। चांडी ने कहा, मैंने किसी भी तरीके से मदद नहीं की। जांच आयोग सच्चाई के साथ सामने आएगा। सरिता को अपना पक्ष रखने के लिए काफी वक्त दिया गया। चांडी ने 25 जनवरी को तिरुवनंतपुरम में 14 घंटे तक आयोग के समक्ष गवाही दी। सरिता ने आरोप लगाया कि चांडी के पूर्व पीए जिक्कुमन ने सात करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की थी। उन्होंने जोर दिया कि चांडी के लिए धन दिल्ली में थाॠमस कुरविल्ला को सौंपा जाए। कुरविल्ला के चांडी के अनधिकारिक सहायक होने का दावा किया गया। वहीं सरिता द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए केरल के मंत्री अरायादान मुहम्मद ने कहा कि ये आरोप निराधार हैं।

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