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तिरुवनंतपुरम: केरल नन रेप केस में बड़ा फैसला आया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में केरल की एक अदालत ने नन से रेप के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल को शुक्रवार को बरी कर दिया है। 57 वर्षीय फ्रैंको मुलक्कल भारत के ऐसे पहले कैथोलिक बिशप थे, जिन्हें नन के यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

कोट्टायम की अदालत ने 100 दिनों से अधिक समय तक चले मुकदमे के बाद उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया। कोर्ट ने सबूतों के अभाव का हवाला दिया। बता दें कि जून 2018 में 43 साल की नन ने कोट्टायम में पुलिस से शिकायत की थी कि जालंधर बिशप ने 2014 और 2016 के बीच उसके साथ कई बार बलात्कार किया था।

मामले की तहकीकात करने वाले विशेष जांच दल ने बिशप को सितंबर 2018 में गिरफ्तार किया था और उन पर गलत तरीके से बंधक बनाने, बलात्कार करने, अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने और आपराधिक धमकी देने के आरोप लगाये थे।

मामले में नवंबर 2019 में सुनवाई शुरू हुई, जो 10 जनवरी को पूरी हुई थी। इस मामले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत द्वितीय ने बिशप को बरी कर दिया। बलात्कार पीड़िता पंजाब स्थित मिशनरी ऑफ जीसस मण्डली की सदस्य थी।

 

 

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