तिरुवनंतपुरम: अगले दो से तीन दिनों में केरल में दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून की शुरुआत के लिए परिस्थिति अनुकूल है। यह जानकारी मौसम विभाग (आईएमडी) ने दी है। मौसम विभाग ने रविवार दोपहर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तटीय आंध्र प्रदेश में कई जगहों पर और छत्तीसगढ़, असम, मेघालय और केरल में कुछ जगहों पर वर्षा और गरज के साथ छींटे पड़े हैं। विगत कुछ दिनों से केरल में वर्षा हो रही है। मौसम विभाग के अधिकारी केरल, लक्षद्वीप और कर्नाटक के मैंगलोर में स्थापित 14 मौसम केंद्रों के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं। नियम यह है कि अगर इन 14 मौसम केंद्रों में से 60 प्रतिशत, 10 मई के बाद लगातार दो दिनों तक 2.5 मिलीमीटर या इससे ज्यादा वर्ष होने की सूचना देते हैं तो इसके दूसरे दिन दिन केरल में मॉनसून की शुरुआत की घोषणा कर दी जाती है, बशर्ते कि हवा और बादल का बनना भी अनुकूल हो। दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून सामान्यत: केरल में 1 जून के आसपास सक्रिय होता है। यह तरंगों में पूर्वोत्तर की ओर आगे बढ़ता है और 15 जुलाई के आसपास पूरे देश में फैल जाता है। गत साल मौसम विभाग ने 30 मई को मॉनसून की शुरुआत की भविष्यवाणी की थी, लेकिन वास्तव में मानसून 5 जून को सक्रिय हुआ था। मौसम विभाग 2005 से स्वदेश में विकसित सांख्यिकी मॉडल के आधार पर चार दिन आगे-पीछे की त्रुटि के साथ केरल में मॉनसून आने की तिथि की भविष्यवाणी करता है। मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि मानसून ने बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। वह केरल तट की तरफ बढ़ रहा है। दो दिनों के भीतर केरल में दस्तक दे देगा।
हालांकि केरल में एक जून को मानसून के पहुंचने की सामान्य तिथि है। लेकिन इस बार देरी के कारण सात जून को पहुंचेगा। विभाग ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी राज्यों प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान आदि में कई स्थानों पर लू चल रही है। इस दौरान एक खास बात यह देखी गई है कि इन क्षेत्रों में न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक चल रहा। दोनों तापमान में एकसाथ बढ़ोत्तरी के कारण न लोगों को गर्मी से दिन में राहत मिल पा रही है न रात में। यह स्थिति अगले दो-तीन दिनों तक बनी रहने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी राज्यों में गर्मी से अगले दो दिनों तक राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लेकिन दिल्ली, हरियाणा में धूल भरी आंधी या गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। लेकिन इससे ज्यादा समय तक गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। कुछ स्थानों पर लू चलने की आशंका जताई गई है।