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तिरुवनंतपुरम: पी विजयन ने आज (बुधवार) मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। इससे पहले उन्होंने राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी सदाशिवम से मुलाकात की और उन्हें अपने मंत्रिमंडल के 19 सदस्यों की एक सूची सौंपी थी। सीपीआई पोलित ब्यूरो के सदस्य पी विजयन ने केरल के 22वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। राज्यपाल पी सदाशिवम ने सेंट्रल स्टेडियम में उनको मुख्यमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के लिए व्यापक इंतजाम किये गए थे। इस समारोह में माकपा के महासिचव सीताराम येचुरी, पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात और पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोग भी शामिल हुए। जब वह राजभवन के लिए रवाना हुए तब राज्य के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से उत्तरी केरल के कन्नूर और कासरगोड जिलों से आये पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। पी विजयन ने इससे पहले कहा था कि लोग इस सरकार को बहुत उम्मीद से देख रहे हैं।’’ जब उनसे यह पूछा गया कि क्या लोगों की अपेक्षाओं को पूरी करने के लिए किसी तरह के निर्णय का अनुमान लगाया जा सकता है तो उन्होंने कहा, ‘‘इंतजार करिये और देखिये ।’’ उन्होंने राजभवन जाने से पहले माकपा कार्यालय के मुख्यालय, ऐकेजी सेंटर का दौरा भी किया।

चुनाव में हार के बाद ओमन चांडी ने 20 मई को अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। एलडीएफ ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 91 सीटें जीतीं, जिनमें उसके समर्थन से चुनाव लड़ने वाले छह निदर्लीय उम्मीदवारों की सीटें शामिल हैं। गठबंधन सहयोगियों में माकपा को 58, भाकपा को 19, राकांपा को दो और केसी (बी), सीएमपी, आरएसपी (एल), जेडी (एस) और कांग्रेस (एस) को एक-एक सीटें मिलीं। यूडीएफ में कांग्रेस को 22, आईयूएमएल को 18, केसी(एम) को छह, केसी(जे) एक सीटें मिलीं। कांग्रेस नेतृत्व वाले मोर्चे को 47 सीटें मिलीं।

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