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त्रिशूर: केरल के बीड़ी उद्योगपति मोहम्मद निशाम को कोर्ट ने गुरुवार को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसे 80.30 लाख रुपये का जुर्माना भी चुकाने का आदेश दिया है। इससे पहले, 40 वर्षीय निशाम को बुधवार को करीब एक साल पहले अपनी 'हमर' कार से एक सुरक्षा गार्ड को कुचलने का दोषी करार दिया गया था। गुरुवार को कोर्ट ने उसे इसी मामले में 24 साल की कैद के अलावा उम्रकैद की सजा सुनाई। प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश केपी सुधीर ने सजा की घोषणा करते हुए निर्देश दिया कि सुरक्षा गार्ड चंद्रबोस की विधवा जमांती को जुर्माने की राशि से 50 लाख रुपये दिए जाएं। कोर्ट ने अभियोजन पक्ष को निशाम की पत्नी अमाल के खिलाफ भी मुकदमा शुरू करने का निर्देश दिया। अमाल इस मामले में गवाह है, लेकिन बाद में वह अपने बयान से पलट गई थी।

विशेष सरकारी वकील सीपी उदयभानु ने बताया कि कोर्ट ने निशाम को गार्ड की हत्या के लिए उम्रकैद और अन्य धाराओं में 24 साल कैद की सजा सुनाई है। इस तरह निशाम के 39 साल तक सलाखों के पीछे रहने की संभावना है। अभियोजन पक्ष ने इस मामले को दुर्लभ में दुर्लभतम करार देते हुए मुजरिम के लिए अधिकतम मृत्युदंड तथा सुरक्षा गार्ड के परिवार को पांच करोड़ बतौर मुआवजा दिए जाने की मांग की थी। सजा सुनाए जाने के दौरान कोर्ट में चंद्रबोस की पत्नी जमांती और मां भी मौजूद थीं। उन्होंने फैसले पर निराशा प्रकट करते हुए कहा, हमें जिस न्याय की उम्मीद थी, वह नहीं मिला। निशाम जेल में भी खुश रहेगा। चाहे उसे कितने भी सालों तक सलाखों के पीछे रहना पड़े। गत वर्ष 29 जनवरी को तड़के निशाम ने नशे की हालत में गुस्से में 51 वर्षीय चंद्रबोस पर हमला किया था। बाद में अपनी हमर कार उन पर चढ़ा दी थी। निशाम केरल के त्रिशूर में रिहायशी परिसर शोभा सिटी का मुख्य गेट खोलने में हुई देरी के कारण चंद्रबोस से नाराज हो गया था। इसके बाद, पुलिस ने निशाम को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, बुरी तरह घायल चंद्रबोसकी इलाज के दौरान 16 फरवरी को मौत हो गई थी। चंद्रबोस के शरीर पर 22 गंभीर घाव थे और उसकी 9 पसलियां टूट गईं थीं। गार्ड को बेरहमी से मारे जाने की घटना का सिर्फ केरल ही नहीं बल्कि, देशभर में काफी विरोध हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने भी त्रिशूर कोर्ट को केस का ट्रायल जल्द से जल्द पूरा करने और 31 जनवरी से 2016 से पहले सजा सुनाने का निर्देश दिया था। हालांकि, निशाम ने केस की सुनवाई में देरी के लिए छह बार केरल हाईकोर्ट में और चार बार सुप्रीम में याचिका दायर की थी। निशाम बीड़ी का बड़ा कारोबारी है और बीड़ी किंग के नाम से मशहूर है। तमिलनाडु में उसकी किंग बीड़ी के नाम से कंपनी है, जिसका वह निदेशक है। वह तंबाकू का बड़े पैमाने पर निर्यात करता है। जानकारों की मानें तो निशाम का मध्य-पूर्व क्षेत्र में रियल स्टेट का भी कारोबार है। पांच हजार करोड़ की संपत्ति का मालिक निशाम लग्जरी कारों का शौकीन है। उसके पास एस्टन मार्टिन, बेंटले, फरारी, जगुआर, राॠल्स-रायस और हमर जैसी कारें हैं। पुलिस ने निशाम की ज्यादातर कारें जब्त कर ली हैं। साथ ही उसकी बंदूक भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली है। गार्ड हत्याकांड मामले में ही एक बार सुनवाई के बाद निशाम को पेशी पर कोर्ट लेकर आए पुलिसकर्मियों ने उसे उसके परिजनों के साथ फाइव स्टार होटल में लंच कराया था। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने उसकी हथकड़ी भी खोल दी थी। इसकी सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद पांच पुलिसकर्मियों का सस्पेंड कर दिया गया था। पिछले साल राज्य सरकार ने त्रिशूर के पुलिस कमिश्नर जैकब जाब को सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया था, क्योंकि वह निशाम के खिलाफ जांच में लापरवाही बरत रहे थे और इस केस को कमजोर कर रहे थे। निशाम अपनी हरकतों को लेकर पहले भी विवादों में रहा है। वर्ष 2013 में उसने अपने 9 साल के बेटे से फरारी कार चलवाई थी। तब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी किया था। इसके अलावा, निशाम पर एक महिला सब इंस्पेक्टर को अपनी राॠल्स-रायस कार में घंटों तक कैद रखने का भी आरोप है। तब निशाम नशे की हालत में गाड़ी चला रहा था और महिला सब इंस्पेक्टर उसके खिलाफ केस दर्ज कर रही थी। निशाम का जन्म केरल में त्रिशूर जिले के मुत्तीचूर गांव में हुआ था। उसके पिता अब्दुल कादर बीड़ी के व्यवसायी थे। कादर जब युवा थे, तब वह श्रीलंका चले गए थे। वहां उन्होंने छोटे स्तर पर रेस्त्रां शुरू किया। बाद में वह भारत लौटे और यहां बीड़ी का व्यवसाय करने लगे। 1995 में उन्होंने तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में किंग बीड़ी के नाम से कंपनी शुरू की। कादर की बाद में मौत हो गई। इसके बाद उनके तीन बेटों ने कंपनी को आगे बढ़ाया। कादर का दूसरा बेटा निशाम इस समय कंपनी का प्रबंध निदेशक है। खबरों के अनुसार, निशाम की पढ़ाई भी अधिक नहीं है और वह कभी कालेज नहीं गया। खबरों के अनुसार, निशाम की कंपनी पश्चिम एशिया में तंबाकू के व्यापार में शामिल प्रमुख कंपनियों में से एक है। निशाम का त्रिशूर में किंग ज्वेलर्स के नाम से शोरूम भी है। साथ ही दुबई में उसने ज्वेलरी के शोरूम खोले हैं। त्रिशूर में निशाम की कई बिल्डिंग हैं, जिन्हें उसने किराए पर दिया हुआ है। जानकारों के अनुसार सिर्फ किराए से उसे करीब 4 लाख रुपये प्रतिमाह आमदनी होती है।

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