अहमदाबाद: गांधीनगर की एक अदालत ने सोमवार को आसाराम के खिलाफ आरोप तय किए। इससे उसके खिलाफ बलात्कार के एक मामले में आरोपपत्र दायर किए जाने के दो साल से अधिक समय बाद सुनवाई का रास्ता खुल गया। सूरत की एक महिला ने आसाराम पर आश्रम में ठहरने के दौरान बार बार उससे बार बार बलात्कार करने का आरोप लगाया है। आरोप तय करने में इसलिए विलंब हुआ क्योंकि पुलिस आसाराम को अदालत में नहीं ला पाई। उसकी वजह यह थी कि आसाराम बलात्कार के एक अन्य मामले में जेल में है। पुलिस और आसाराम के वकीलों के बीच इस बात पर सहमति बनी कि वह वीडियो लिंक के जरिए पेशी हो सकती है। आसाराम की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सत्र न्यायाधीश रिजवाना घोघारी के सामने पेशी हुई। आसाराम ने अदालत द्वारा पूछे जाने पर आरोपों से इनकार किया। उन्होंने अदालत से मामले की तेजी से सुनवाई का अनुरोध किया। इस मामले में आसाराम पर अवैध रूप से बंधक बनाने और साजिश रचने का भी आरोप है।
आसाराम के साथ इस साजिश में अन्य छह आरोपी उसकी पत्नी लक्ष्मी, बेटी भारती, महिला अनुयायी ध्रुवबेन, निर्मला, जस्सी और मीरा शामिल हैं।