रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बड़ा एलान किया है। हजारीबाग में उन्होंने कहा कि हमारी दोबारा सरकार बनने पर प्रत्येक परिवार को सालाना एक लाख तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। सहायता राशि डीबीटी स्कीम के तहत सीधे खाते में पहुंचेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को मईया सम्मान योजना की राशि ट्रांसफर करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
14 लाख महिलाओं के खाते में पहुंचे एक-एक हजार
मुख्यमंत्री ने हजारीबाग, चतरा, कोडरमा, बोकारो, धनबाद और गिरिडीह की 13 लाख 81 हजार से ज्यादा महिलाओं के खाते में एक-एक हजार की रकम ट्रांसफर की। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार कमजोर परिवारों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना के तहत 21 से 40 साल तक की 45 लाख महिलाओं को सालाना 12 हजार रुपये की मदद पहुंचाई जा रही है। वहीं 50 साल के ऊपर 35 लाख से ज्यादा बुजुर्गों को पेंशन योजना से जोड़ा गया है।
'बीजेपी सरकार ने सरकारी भर्तियां खत्म की'
सोरेन ने दावा किया कि आज राज्य का शायद ही कोई घर बाकी होगा, जहां हमारी किसी न किसी योजना का लाभ नहीं पहुंच रहा हो। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने सेना से लेकर रेल तक और कोल इंडिया से लेकर बैंकों तक में सरकारी भर्तियां खत्म कर दी। बीजेपी के लोग हमारी सरकार पर नौकरी न देने का आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "हम शिक्षकों, वैज्ञानिकों, वनरक्षियों, पुलिसकर्मियों और कर्मचारियों के रिक्त पदों पर लगातार भर्ती अभियान चला रहे हैं। बात सही है कि हमारे राज्य में भी सरकारी नौकरियां सीमित हैं, लेकिन जरूरतमंद लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए हमने कई योजनाएं शुरू की हैं।"
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिनाई उपलब्धियां
मुख्यमंत्री सोरेन ने झारखंड सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि गुरुजी क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सस्ती दर पर 15 लाख रुपये तक का लोन, राज्य में निजी विद्यालयों की तर्ज पर 80 मॉडल स्कूल खोलने जैसे कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड में लंबे समय तक राज करने वाली बीजेपी ने पूरे राज्य को बदहाली की ओर धकेल दिया था। हमने व्यवस्था को काफी हद तक पटरी पर लाया है, लेकिन अभी थोड़ा वक्त और लगेगा। कार्यक्रम में मंत्री बेबी देवी, सत्यानंद भोक्ता और दीपिका पांडेय सिंह के अलावा कई विधायक भी मौजूद रहे।