धनबाद: यहाँ सरायढेला के स्टील गेट के पास करीब सात बजे शार्प शूटरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा कर सिंह मेंशन से जुड़े पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह और उनके तीन लोगों की हत्या कर दी। इसे धनबाद का अब तक का सबसे बड़ा गैंगवार बताया जा रहा है। वारदात से पूरे धनबाद में तनाव और दहशत है। देर रात तक सेंट्रल अस्पताल में 10 हजार से अधिक लोग जमा थे। शाम को नीरज सिंह अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी (जेएच 10-एआर 4500) से अपने आवास लौट रहे थे। गाड़ी उनका ड्राइवर चला रहा था। नीरज अपने सहयोगी अशोक यादव के साथ पिछली सीट पर बैठे थे। बॉडीगार्ड अगली सीट पर था। स्टील गेट के पास गाड़ी जैसे ही धीमी हुई, एके 47 से लैस शूटरों ने उसे चारों तरफ से घेर लिया और फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में ड्राइवर समेत तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल नीरज सिंह को तत्काल सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बताया कि नीरज सिंह को इतनी गोलियां लगी थीं कि शरीर में खून ही नहीं बचा था। इलाज करने के लिए कुछ था ही नहीं। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। वहां गोलियों से छलनी गाड़ी और उसमें शव पड़े मिले। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में खोखे भी मिले।
नीरज सिंह झरिया विधायक संजीव सिंह के चचरे भाई थे। धनबाद विधान सभा से चुनाव भी लड़ चुके थे। नीरज सिंह की अपनी राजनीतिक पहचान थी। सिंह मेंशन में तनाव के कारण झरिया विधायक संजीव सिंह और नीरज सिंह के बीच राजनीतिक खींचतान भी चल रही थी। घटना को लेकर स्टील गेट से लेकर सेंट्रल अस्पताल तक माहौल तनावपूर्ण है। नीरज की मौत की सूचना मिलते ही सेंट्रल अस्पताल में उनके समर्थकों ने जम कर हंगामा किया। पुलिस और सिटी एसपी अंशुमन कुमार से भी धक्का-मुक्की की गई। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना की जानकारी डीजीपी डीके पांडेय और मुख्य सचिव राजबाला वर्मा से ली। सीएम ने अपराधियों को तुरंत पकड़ने का निर्देश दिया। साथ ही यह भी कहा कि झारखंड में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। डीजीपी डीके पांडेय ने कहा कि धनबाद पुलिस प्रशासन को अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने का निर्देश दिया गया है। धनबाद को जोड़ने वाली सभी सड़कों को सील कर पुलिस छापामारी कर रही है। पुलिस प्रवक्ता एडीजीपी आरके मल्लिक ने बताया कि इस मामले में शामिल अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही इस कांड का अनुसंधान भी तेजी से होगा। घटना के तुरंत बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर झारखण्ड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की यहाँ की भाजपा सरकार अपराधियों को सरंक्षण दे रही है।