हैदराबाद (जनादेश ब्यूरो): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार (28 अप्रैल) को कहा कि संघ परिवार ने कभी भी कुछ समूहों को दिए गए आरक्षण का विरोध नहीं किया। हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि संघ की राय है कि जब तक जरूरत हो आरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए।
भागवत ने दी सफाई: कहा- "झूठा वीडियो किया जा रहा प्रसारित"
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, उन्होंने कहा, "संघ शुरू से ही संविधान के अनुसार सभी आरक्षणों का समर्थन करता रहा है। लेकिन कुछ लोग झूठे वीडियो प्रसारित कर रहे हैं।" मोहन भागवत का यह बयान आरक्षण को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रहे वाकयुद्ध के बीच आया है। आरएसएस प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा था, भेदभाव अदृश्य होते हुए भी समाज में मौजूद है। भागवत ने कहा, "एक वीडियो प्रसारित किया जा रहा है कि आरएसएस आरक्षण के खिलाफ है और हम इसके बारे में बाहर नहीं बोल सकते।
आरएसएस प्रमुख भागवत ने कहा कि अब यह पूरी तरह से झूठ है। ये असत्य बात है और गलत बात है। संघ शुरू से ही संविधान के अनुसार सभी आरक्षणों का समर्थन करता रहा है।"
देश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दो चरणों में 190 सीटों पर चुनाव हो चुके हैं और पांच चरण अभी बाकी हैं। पहले भी कई पार्टियों के नेता बीजेपी और आरएसएस पर आरोप लगाते रहे हैं कि वे आरक्षण खत्म कर देंगे। इन सब के बीच अब चुनावी सरगर्मियों के बीच आरक्षण को लेकर एक वीडियो सर्कुलेट हो रहा है, जिस पर मोहन भागवत ने सफाई दी है।