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हैदराबाद: तेलंगाना व‍िधानसभा की 119 सीटों पर 30 नवंबर को चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में सभी प्रमुख पार्ट‍ियों के नेताओं का अपनी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टी में जाने का स‍िलस‍िला भी बदस्‍तूर जारी है। सत्‍तारूढ़ दल भारतीय राष्‍ट्रीय सम‍ित‍ि (बीआरएस) के मुकाबले कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में इस तरह के हालात ज्‍यादा देखे जा रहे हैं।

दरअसल, बीजेपी के पूर्व सांसद जी व‍िवेक वेंकटस्‍वामी ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम ल‍िया है। इससे बीजेपी को राज्‍य में बड़ा झटका लगा है। तेलंगाना चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के पूर्व सांसद वेंकटस्वामी के पार्टी से इस्तीफा देने को कांग्रेस के ल‍िए काफी अच्‍छा माना जा रहा है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताब‍िक वेंकटस्‍वामी कांग्रेस के पूर्व राष्‍ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए हैं। वेंकटस्‍वामी ने तेलंगाना बीजेपी अध्‍यक्ष जी किशन रेड्डी को पत्र ल‍िखकर अपने फैसले से अवगत कराया है। पूर्व सांसद बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी बोर्ड के सदस्य भी रहे हैं।

टीपीसीसी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने पत्रकारो से कहा कि वह विवेक वेंकटस्‍वामी का कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का तहे दिल से स्वागत करते हैं।

एक सप्‍ताह से कम समय के भीतर बीजेपी छोड़ने वाले वेंकटस्‍वामी दूसरे बड़े नेता हैं। इससे पहले वरिष्ठ नेता कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी भी बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। रेड्डी ने पिछले साल मुनुगोड विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव लड़ा था, लेक‍िन उनको हार म‍िली थी।

ट‍िकट बंटवारे से नाखुश कांग्रेस के कई द‍िग्‍गज नेता बीआरए में गए

गौरतलब है क‍ि कांग्रेस के भी कई बड़े नेता पूर्व मंत्री केसीआर की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ज्‍वाइन कर चुके हैं। कांग्रेस आलाकमान के ट‍िकट बंटवारे से नाखुश कई अन्य नेता कांग्रेस छोड़कर बीआरएस में चले गए हैं। केसीआर ने उन सभी को जोरदार स्‍वागत क‍िया।

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