हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय के पीएचडी के छात्र रोहित वेमुला ने रविवार को छात्रावास स्थित अपने कमरे में खुदकुशी कर ली। इसके विरोध में विवि में विरोध-प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया। प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों का आरोप है कि रोहित ने यह कदम उसके साथ हुए भेदभाव व सामाजिक बहिष्कार की वजह से उठाया। विद्यार्थियों ने कहा कि रोहित व चार अन्य विद्यार्थियों का विवि के अधिकारियों ने बहिष्कार कर दिया था। अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन (एएसए) के इन पांचों विद्यार्थियों को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेताओं के साथ हुए उनके झगड़े के बाद निलंबित और बाद में छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया था। एएसए का आरोप है कि केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को घटना के बाबत एक पत्र लिखा था, जिसके बाद पांचों छात्रों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई।
रोहित उन पांच शोधार्थियों में शामिल था, जिन्हें हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पिछले साल अगस्त में निलंबित कर दिया था। वह से एक छात्र नेता पर हमले के मामले के आरोपियों में शामिल था। विश्वविद्यालय ने इन शोधार्थियों को हॉस्टल से भी निकाल दिया था।