हैदराबाद: दलित छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी के मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन के चरम पर होने के समय लंबी छुट्टी पर गए हैदराबाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अप्पा राव पोडिले ने मंगलवार को कुछ छात्रों की ओर से किए गए विरोध-प्रदर्शन और अपने आधिकारिक आवास में की गई तोड़फोड़ के बीच फिर से पदभार संभाल लिया। कुलपति के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलपति अप्पा राव के फिर से पद संभालने के विरोध में उनके आधिकारिक आवास में दाखिल हो गए, खिड़कियां तोड़ डाली, दरवाजे और टीवी सहित कुछ अन्य सामान भी तोड़ डाले। बीते 17 जनवरी को वेमुला की खुदकुशी के बाद सवालों से घिरे अप्पा राव 24 जनवरी को लंबी छुट्टी पर चले गए थे। प्रदर्शनकारी छात्र उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे और वेमुला के लिए इंसाफ मांग रहे थे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल सहित कई बड़े नेताओं ने उस वक्त हैदराबाद यूनिवर्सिटी का दौरा किया था और छात्रों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की थी।
कुछ छात्रों की शिकायत पर साइबराबाद पुलिस ने केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय, अप्पा राव और तीन अन्य के खिलाफ वेमुला की खुदकुशी के सिलसिले में मामला दर्ज किया था। अप्पा राव को आज सुबह संवाददाता सम्मेलन करना था। लेकिन हिंसा के कारण इसे रद्द करना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने कहा, ‘हमारी पहली मांग है कि कुलपति को वापस नहीं आना चाहिए, हमने रोहित वेमुला को खो दिया। वह (प्रोफेसर अप्पा राव) दोषियों में से एक हैं।’ उन्होंने कहा, ‘घटना को करीब दो महीने बीत चुके हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।’ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कुलपति को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की। यूनिवर्सिटी परिसर में तनाव के मद्देनजर कुलपति आवास के पास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। निलंबित किए गए पांच छात्रों में से एक डी प्रशांत ने कहा कि कुलपति को अपने पद पर वापस लौटने और कार्यकारी समिति की बैठक संचालित करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि उनके खिलाफ वेमुला की खुदकुशी का मामला अब भी लंबित है। उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के इशारे पर कुलपति हैदराबाद यूनिवर्सिटी आए हैं। केंद्र सरकार के इशारे पर उन्होंने कुलपति पद संभाला जबकि पूरी यूनिवर्सिटी उनके खिलाफ है।’ प्रशांत ने कहा, ‘हम पुलिस से अपील कर रहे हैं कि पहले उन्हें गिरफ्तार करे क्योंकि उच्च न्यायालय ने उन्हें उनकी याचिका पर कोई राहत नहीं दी है।’ उन्होंने दावा किया कि एबीवीपी के कुछ सदस्यों ने प्रदर्शनकारी छात्रों की छवि खराब करने के लिए कुलपति आवास पर तोड़फोड़ की। कुलपति अप्पा राव ने पत्रकारों से कहा, ‘हैदराबाद यूनिवर्सिटी के लिए यह काला दिन है।’ उन्होंने कहा कि हमारा आंतरिक तंत्र छात्रों की समस्याओं का समाधान करेगा। दुर्भाग्यवश, छात्रों के एक समूह ने हर चीज तोड़ दी। उन्होंने कोई ज्ञापन नहीं दिया। उन्होंने बातचीत के लिए भी नहीं कहा। वे घुस आए और दरवाजे तोड़ दिए।