अगरतलाः त्रिपुरा में भाजपा के अंदर चल रही गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में भाजपा के वरिष्ठ विधायक अरूण चंद भौमिक ने अपने ही शिक्षा मंत्री रतनलाल नाथ को पद से हटाए जाने की मांग की है। इतना ही नहीं उनके खिलाफ सीबीआई जांच की मांग भी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री ने त्रिपुरा के शिक्षा तंत्र की रीढ़ को ही समाप्त कर दिया है।
दरअसल, वरिष्ठ अधिवक्ता और त्रिपुरा भाजपा विधायक अरूण चंद भौमिक ने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री के कारण ना तो शिक्षक और ना ही अधिकारी किसी की भी कोई रूचि सेवा में तो रह ही नहीं गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानांतरण नीति और शिक्षा मंत्री के बेतुके फैसलों के कारण दक्षिण त्रिपुरा के स्कूल और कॉलेज के बुनियादी शैक्षणिक परिवेश में इसका असर पड़ा है। भौमिक ने कहा कि समय.समय पर बिना जमीनी स्थिति का आकलन किए शिक्षकों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर तबादला किया जाता है और हाल ही में बेलोनिया कॉलेज से भौतिकी और शिक्षा के एकमात्र शिक्षकों को पद से हटा दिया गया।
उन्होंने कहा कि मंत्री को पद से हटाए जाने को लेकर मैंने खुद मुख्यमंत्री से शिकायत की है और अगर जरूरत पड़ी तो उनको राज्य मंत्रिमंडल से निष्कासित कराने के लिए मैं दिल्ली भी जाऊंगा।
संवाददाताओं से बात करते हुए भौमिक ने कहा कि नाथ में मंत्री बने रहने की कोई योग्यता नहीं हैं उनकी गतिविधियों के कारण राज्य में भाजपा.आईपीएफटी की सरकार अलोकप्रिय हो गयी है। बता दें कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के वरिष्ठ अधिवक्ता भौमिक ने तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा सहित कई चुनाव लड़े लेकिन भाजपा के टिकट से दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया निर्वाचन क्षेत्र से 2018 का विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रहे।