इंफाल/नई दिल्ली: मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरेह में 2023 के आखिरी दिन हिंसा की घटनाएं देखी गईं। संदिग्ध उग्रवादियों ने पुलिस के काफिले पर शनिवार को दिन में घात लगाकर हमला किया और रात में पुलिस कमांडो के बैरक पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला किया।
आरपीजी हमले में चार पुलिस कमांडो घायल हो गए। शनिवार को घात लगाकर किए गए हमले में एक कमांडो घायल हुआ था।
दो घटनाओं मे पांच पुलिस कमांडो घायल
सबसे पहले असम राइफल्स के "प्रमुख लोकेशन पॉइंट" के पास मोरेह में तैनात विशेष पुलिस कमांडो पर घात लगाकर हमला किया गया। शनिवार को हुए इस हमले में एक कमांडो घायल हो गया।
रात में 11.40 बजे हालात और बिगड़ गए, जब संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने एक पुलिस बैरक पर आरपीजी फायरिंग की। उन्होंने पुलिस कैंप की ओर गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस कमांडो ने स्थिति संभाली और जवाबी फायरिंग की। सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी रात भर चली। हमले में चार कमांडो घायल हो गए।
बैरक के दृश्यों में दीवारों पर छर्रे से हुए छेद दिखाई दे रहे हैं। घायल कमांडो को मोरेह में असम राइफल्स के चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया।
एक पुलिस कमांडो, जो कि उस स्थान पर खड़ा था जहां से आरपीजी लॉन्च किया गया था, ने वह खिड़की दिखाई जहां से आरपीजी घुसा था।
कुकी ग्रुप इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने एक बयान में आरोप लगाया कि मोरेह निवासी पीटर मेट को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसे यातनाएं दीं।
आईटीएलएफ ने आरोप लगाया कि स्थानीय स्कूल शिक्षक और सेंट जॉर्ज कैथोलिक चर्च के यूथ सेक्रेटरी मेट को शनिवार की शाम को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह घर जा रहे थे। उस दौरान कमांडो और संदिग्ध उग्रवादियों के बीच गोलीबारी हो रही थी।
इस बीच, राज्य की राजधानी इंफाल में छात्रों ने अपने स्कूल प्रिंसटन इंटरनेशनल स्कूल में बम पाए जाने के बाद विरोध प्रदर्शन किया।