गंगटोक: पर्यटन के लिहाज़ से सबसे अधिक कमाई वाले इस मौसम में पश्चिम बंगाल के दार्जीलिंग में अशांति और तनावपूर्ण माहौल का लाभ सिक्किम को मिल रहा है। इन दिनों गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) आंदोलन के कारण पर्यटक दार्जीलिंग के बजाय सिक्किम का रुख कर रहे हैं। सिक्किम के पर्यटन सचिव सी जांगपो ने कहा, "दार्जीलिंग में तनाव के कारण यहां (सिक्किम में) पर्यटन उद्योग में अचानक उछाल आ गया है।" दार्जीलिंग में जीजेएम आंदोलन के कारण वहां जाने की योजना बनाने वाले कई घरेलू एवं विदेशी पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द करा दी हैं और उन्होंने सिक्किम जाने की योजना बनाई है। जांगपो ने कहा, "गंगटोक में पर्यटन संबंधी प्रतिष्ठानों में इस समय बहुत से ग्राहक हैं और आगामी कई दिनों के लिए वहां बुकिंग पूरी हो चुकी हैं।" पर्यटन सचिव ने कहा कि सिक्किम घूमने आए लगभग सभी पर्यटक या तो यात्रा के अपने दूसरे चरण में दार्जीलिंग जाने वाले थे या यहां आने से पहले वे दार्जीलिंग गए थे। ट्रैवल ऑपरेटरों को इस बात की चिंता है कि इतनी अधिक संख्या में पर्यटकों का प्रबंध करना मुश्किल है और सचिव ने भी इस प्रकार की चिंता व्यक्त की। जांगपो ने कहा, "हमने ट्रैवल ऑपरेटरों और होटलों से सेवा मानकों से समझौता किए बिना अधिक से अधिक संख्या में पर्यटकों को सेवाएं देने को कहा है, क्योंकि इस संबंध में किसी भी प्रकार के कुप्रबंधन से पर्यटन उद्योग की बदनामी हो सकती है।"
कोलकाता के एक पर्यटक शांतनु बोस ने कहा, "हम छुट्टियां मनाने दार्जीलिंग गए थे, लेकिन तभी यह सब (आंदोलन) हो गया। हमारे ट्रैवल एजेंट ने सिक्किम में ऑपरेटरों से तत्काल संपर्क किया और हम भाग्यशाली रहे कि हमें बुकिंग मिल गई।" बोस ने बताया कि कई पर्यटकों को बुकिंग नहीं मिल पाने के कारण दार्जीलिंग से ही लौटना पड़ा।