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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को बीजेपी का संकल्प पत्र पेश करने के बाद उस पर हमला बोला है। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पेश संकल्प पत्र को जुमला करार दिया है। आतिशी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने बीजेपी का अपना जुमला पत्र घोषित किया है।

उन्होंने कहा कि इससे पिछले 10 साल से जो वादे पूरे केंद्र सरकार और बीजेपी ने पूरे नहीं किए, उसका कच्चा चिट्ठा सामने लाए। बीजेपी बेरोजगार युवाओं को नौकरियों का आकड़ा देने को तैयार नहीं है। 10 साल के अंदर 20 करोड़ तो क्या 2 करोड़ नौकरियां भी नहीं दी। आज देश के युवाओं में रोजगार दर आल टाइम लो है। 10 साल में कुल महंगाई 70 प्रतिशत बढ़ी है। साल 2014 का एक और जुमला- किसानों की आय दोगुनी करेंगे। लेकिन हां, किसानों के लिए तीन काले कानून ज़रूर लेकर आई केंद्र सरकार। सरकारी स्कूलों की संख्या 11 लाख से 10 लाख हुई है। आयुष्मान भारत योजना सबसे बड़ा जुमला है। जिसका कुल बजट 'दिल्ली' के स्वास्थ्य बजट से भी कम है।

संविधान को तानाशाही से बचाने की लड़ाई: आतिशी

इससे पहले आतिशी ने कहा कि संविधान के जरिए हर भारतीय को उसका हक दिलवाने वाले बाबा साहेब डॉ.भीम राव अंबेडकर जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। आज अंबेडकर जयंती के मौके पर प्रण लेते हैं कि देश के संविधान को तानाशाही से बचाने की लड़ाई हमेशा लड़ते रहेंगे।

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने 12 अप्रैल को बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा था कि बीजेपी दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने का षड्यंत्र रच रही है। राष्ट्रपति शासन लगाना गैर कानूनी, गैर संवैधानिक और दिल्ली की जनता के जनादेश के खिलाफ होगा। बीजेपी ऐसा नहीं कर सकती।

आतिशी ने गिनाए- 10 साल में वह वादे जो बीजेपी ने पूरे नहीं किए

आज देश के युवाओं में रोजगार दर आल टाइम लो है।

देश में पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी का युवा सामना कर रहे हैं।

भारत में 25 फीसदी युवा बेरोजगार हैं।

ग्रैजुएशन की डिग्री हासिल करने वाले 45% युवाओं को रोजगार नहीं मिला।

साल 2014 में कहा था कि 'बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार', लेकिन 10 साल में कुल महंगाई 70 प्रतिशत बढ़ी है। इस मामले में भारत दुनिया मे दूसरे नंबर पर है। साल 2014 का एक और जुमला- किसानों की आय दोगुनी करेंगे। 75 पन्ने के जुमला पत्र में इसका जिक्र तक नहीं किया।

हां, किसान 'आंदोलन' में 750 किसान शहीद हुए

हां, केंद्र सरकार तीन काले कानून किसानों के लिए लेकर जरूर आई। इसके खिलाफ चले आंदोलन में 750 किसान शहीद हुए। इसके बावजूद पीएम उनसे नहीं मिले।

दो महीने पहले जब किसान शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली आ रहे थे तो हरियाणा पंजाब के बॉर्डर पर सरहद बना दी गई। बीजेपी के जुमले पत्र में कहीं भी किसानों की आय और न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात नहीं है। किसानों से किए वादों से बीजेपी मुकर गई।

सरकारी स्कूल घट रहे हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के पीएम बनने के बाद देश के सरकारी स्कूल घट रहे हैं।

सरकारी स्कूलों की संख्या 11 लाख से 10 लाख हुई।

आयुष्मान भारत योजना सबसे बड़ा जुमला है।

पिछले साल मात्र आठ हजार करोड़ रुपये जारी किया जो दिल्ली के स्वास्थ्य बजट से भी कम है। देश में अस्पतालों का अभाव है। लोग कैसे अपना इलाज कराएंगे। इस बात का भी संकल्प पत्र में जिक्र नहीं है।

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