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अमरावती: आंध्र प्रदेश की कार्यकारी राजधानी को अमरावती से विशाखापट्टनम प्रतिस्थापित करने को लेकर हाईकोर्ट ने शुक्रवार को यथास्थिति 27 अगस्त तक लागू कर दी थी। इसके बाद जगन मोहन रेड्डी की सरकार अमरावती में सभी अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने के लिए और इसे महानगरीय इलाके के रूप में विकसित करने के लिए एक प्रस्ताव लाई है। बता दें कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने राज्य में तीन राजधानियों का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के अनुसार विशाखापट्टनम को कार्यकारी राजधानी, कुरनूल को न्यायिक राजधानी और अमरावती को विधायी राजधानी बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही रेड्डी इसे करना चाहते थे। लेकिन अब करीब 14 महीने बाद वह विकास कार्य पूरे कराने का फैसला लिया है।

30 मई 2019 को जगन मोहन रेड्डी के मुख्यमंत्री बनने के साथ विभिन्न स्तरों हजारों करोड़ रुपये के कार्यों पर रोक लग गई थी। इनमें अमरावती को हाईवे से जोड़ने वाली आठ लेन की सड़क, आंतरिक सड़कें, ट्रंक लाइन, पुलिया निर्माण, सचिवालय के लिए इमारतें, विधानसभा और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए आधिकारिक इमारतें और जजों के लिए आवास आदि कार्य शामिल हैं। 

विजयवाड़ा: आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा शहर में शनिवार को एक कोविड केयर सेंटर में आग लगने से 10 मरीजों की दर्दनाक  मौत हो गई थी। अब प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रमेश अस्पताल के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में बिजली की मरम्मत की उचित जरूरतों की उपेक्षा की गई थी जिस वजह से यह घटना हुई। जानकारी के अनुसार एक निजी अस्पताल रमेश हॉस्पिटल ने बिस्तर की कमी होने की वजह स्वर्ण पैलेस नाम के इस होटल को लीज़ पर लिया हुआ था। अचानक से सुबह पांच बजे इस कोविड केयर सेंटर में आग लग गई। रिपोर्ट के अनुसार शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। 

इलेक्ट्रिक फेल होने की वजह से आग सबसे पहले होटल के रिसेप्शन पर लगी फिर यहां से धुआं ऊपर की ओर गया। यह इमारत ग्राउंड के अलावा पांच मंजिल तक है। अधिकारी के मुताबिक ज़्यादातर मौतें धुआं की वजह से दम घुटने के कारण हुई। फायर सिस्टम वहां लगा हुआ था लेकिन वो काम नहीं कर रहा था। उसे स्वचालित मोड में होना चाहिए था लेकिन वो साइलेंट मोड में था।

अमरावती: आंध्र प्रदेश के लिए तीन राजधानियां बनाने संबंधी मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की योजना में विधायी बाधा को दूर करते हुए राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण एवं सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास विधेयक, 2020 और आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (निरसन) विधेयक 2020 को शुक्रवार को अपनी मंजूरी दे दी।

राज्य के कानून विभाग ने तुरंत नए अधिनियमों को प्रभावी करने के लिए गजट अधिसूचना जारी की, लेकिन सरकार को अपनी तीन राजधानियों की योजना को वास्तविकता में बदलने से पहले कानूनी बाधाओं को दूर करना होगा। यह मुद्दा अब आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में लंबित है।

उच्च पदस्थ सरकारी सूत्रों ने कहा कि संबंधित कानूनों के लागू होने के बावजूद तीन राजधानियों की योजना को अमल में लाने में कुछ और समय लगेगा। उन्होंने कहा, हम जल्दी में नहीं हैं। इन दो विधेयकों को विधानसभा द्वारा दो बार 20 जनवरी और 16 जून को पारित किया गया था और विधान परिषद ने इन्हें पारित नहीं किया था जहां तेदेपा बहुमत में है।

अमरावती: आंध्र प्रदेश में नौ लोगों की शराब की जगह कथित तौर पर सैनिटाइजर पीने से मौत हो गई है। यह घटना प्रकासम जिले में घटित हुई। मामले पर डीएसपी के प्रकाश राव ने कहा, 'तीन भिखारी, तीन रिक्शा चालक और तीन हमालिस (कुली) ने शराब की बजाय सैनिटाइटर का सेवन कर लिया। एक की इलाज के दौरान मौत हो गई जबकि बाकी अन्य की नींद में मौत हो गई। मामले की जांच की जा रही है।'

प्रकासम जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ कौशल जिन्होंने कुरीचेडू मंडल मुख्यालय का दौरा किया, उन्होंने कहा कि मृतक पिछले कुछ दिनों से पानी और शीतल पेय के साथ सैनिटाइजर का सेवन कर रहे थे। एसपी ने कहा, 'हम यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या उन्होंने सैनिटाइजर को किसी अन्य विषाक्त पदार्थों के साथ मिलाया था।'

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