इटावा: सूबे के सबसे बडे़ सियासी परिवार में उठे तूफान के बाद पहली बार जिले के दौरे पर आए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव की मौजूदगी के निहितार्थ तलाशे जा रहे हैं। दरअसल सैफई में अंतर्राष्ट्रीय आल वेदर तरणताल के उद्घाटन समारोह में केबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव एवं उनके पुत्र पीसीएफ चेयरमैन आदित्य यादव अंकुर को छोड़कर पूरा परिवार मंच पर मुख्यमंत्री के साथ नज़र आया। परिवार में उठे तूफान के बाद जहां पूरे परिवार की एकजुटता मंच पर दिखी वहीं मुख्यमंत्री ने एक मजे हुए राजनीतिज्ञ की तरह पार्टी के आंतरिक मसले पर किसी प्रकार की बयानवाजी से अपने को दूर रखा। उनका पूरा फोकस विकास के एजेंडे पर रहा। विपक्षी दलों पर हमला करते हुए उन्होंने प्रदेश को विकास के मामले में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प दोहराते हुए सत्ता में वापसी का दावा किया। मुख्यमंत्री की इटावा यात्रा ने पार्टी की आंतरिक कहानी बिना किसी बयानबाज़ी के बाएं कर दी। ये पहली बार नहीं हुआ , जब रामगोपाल यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव साथ साथ नज़र आये हों, पर मुख्यमंत्री के पैतृक ज़िले इटावा में ऐसा पहली बार हुआ, जब रामगोपाल यादव पुलिस लाइन हैलीपेड पर पहुंचे। इसके बाद लायन सफारी से लेकर सैफई में समारोह स्थल तक पांच घंटे से ज़्यादा समय तक लगातार साथ-साथ रहे।
दोनों ने हैलीकाप्टर में इटावा से सैफई तक साथ साथ यात्रा की। रामगोपाल यादव और मुख्यमंत्री की हैलीकाप्टर यात्रा के अब राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं।