ताज़ा खबरें
बिहार के राज्यपाल बने आरिफ मोहम्मद खान, रघुबर दास का इस्तीफा
दिल्ली में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 26 उम्मीदवारों के नामों का एलान
जम्मू-कश्मीर: सेना का वाहन गहरी खाई में गिरा, पांच जवानों की मौत
ट्रंप ने दी भारत को धमकी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले-ये बड़ी गलती

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समाज के लोग डॉ. बीआर अंबेडकर और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को हमेशा के लिए सत्ता से बाहर कर देंगे। सपा नेता ने कहा कि प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कार पूर्ण बयान देते रहें हैं। उन्होंने कभी भी बाबा साहब के 'सबकी बराबरी के सिद्धांत' को स्वीकार नहीं किया।

प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के रहे हैं खिलाफ: अखिलेश यादव 

अखिलेश यादव ने संसद में आंबेडकर के खिलाफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की विवादित टिप्पणी को लेकर देशव्यापी आंदोलन के बीच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपमान की इस प्रथा को तोड़ने के लिए अब पीडीए समाज के हर एक व्यक्ति ने ठान लिया है कि वह सामाजिक एकजुटता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त कर अपनी सरकार बनाएंगे और बाबा साहब और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को सत्ता से बाहर कर देंगे।”

सपा प्रमुख ने पोस्ट में कहा, “प्रभुत्वादियों और उनके संगी साथियों के लिए बाबा साहब सदैव से एक ऐसे व्यक्तित्व रहे हैं, जिन्होंने संविधान बनाकर शोषणात्मक नकारात्मक प्रभुत्वादी सोच पर पाबंदी लगाई थी। इसीलिए प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कार पूर्ण बयान देते रहें हैं।” उन्होंने कहा “उन्होंने कभी भी बाबा साहब के सब की बराबरी के सिद्धांत को स्वीकार नहीं किया।”

बाबा साहब संविधान और सामाजिक न्याय के सूत्रधार थे:  अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा, “बाबा साहब ने इस व्यवस्था को तोड़ने के लिए शुरू से आवाज ही नहीं उठाई बल्कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान बनाकर उत्पीड़ित पीडीए समाज की रक्षा का कवच भी बना कर दिया।” उन्होंने कहा, “प्रभुत्वादी और उनके संगी साथी सदैव आरक्षण के विरोधी रहे हैं। सदियों की पीड़ा और आरक्षण दोनों ही पीडीए को एक सूत्र करते हैं क्योंकि बाबा साहब संविधान और सामाजिक न्याय के सूत्रधार थे इसलिए ऐसे प्रभुत्वादी नकारात्मक लोगों को बाबा साहब हमेशा अखरते हैं।”

अखिलेश यादव ने यह भी कहा बाबासाहेब ने हर एक इंसान को एक मानव के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए आंदोलन में हिस्सा लेने की बात कही थी और खुद भी यह करके दिखाया था। बाबा साहब भी आत्म सम्मान के प्रेरणा स्रोत रहे, इसलिए प्रबुद्धवादियों और उनके संगी साथी हर बार बाबा साहब और उनके बनाए संविधान के अपमान तिरस्कार की साजिश रचते हैं, जिससे कि पीडीए समाज मानसिक रूप से हतोत्साहित हो जाए और अपने अधिकार के लिए कोई आंदोलन न कर पाए।

आइए, अपने सुनहरे भविष्य के लिए एकजुट हो जाएं: अखिलेश

सपा प्रमुख ने विश्वास जताते हुए कहा कि जाति जनगणना के बाद पीडीए समाज को गिनती के हिसाब से उनका हक और समाज में उनकी भागीदारी के अनुपात में सही हिस्सा मिल पाएगा। धन का सही वितरण भी तभी हो पाएगा, हर हाथ में पैसा आएगा, हर कोई सम्मान के साथ सिर उठाकर जी पाएगा और अपने जीवन में खुशियां और खुशहाली को महसूस कर पाएगा। यादव ने अंत में अपील की, “तो आइए मिलकर देश का संविधान और बाबा साहब का मान व आरक्षण बचाएं और अपने सुनहरे नये भविष्य के लिए एकजुट हो जाएं।”

हर जगह खुदाई करने से हमें कोई समाधान नहीं मिलेगा: अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने आज फिरोजाबाद में कहा, "हर जगह खुदाई करने से हमें कोई समाधान नहीं मिलेगा। हमारे देश में पूजा स्थल अधिनियम है जो ऐसी चीजों पर रोक लगाता है।

वे किसानों के मुद्दों का जवाब नहीं देना चाहते: अखिलेश

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ऐसे ही मुद्दे उठा रही है, क्योंकि वे किसानों के मुद्दों का जवाब नहीं देना चाहते हैं। वे दिल्ली में 10 साल और उत्तर प्रदेश में 7 साल से सत्ता में हैं और बेरोजगारी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। चाहे वह सांसद के खिलाफ हो या उन लोगों के खिलाफ जिनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं- उन सभी मामलों को वापस लिया जाना चाहिए।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख