ललितपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश अखिलेश ने यादव ने कहा कि जो लोग विकास पर बात नहीं करना चाहते, उनके लिए कानून-व्यवस्था एक आसान मुद्दा होता है। यह ध्यान बंटाने की कोशिश है। सरकार हर मामले में कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा कि एनआईए अफसर तंजील अहमद का मामला सामने हैं। सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करने में देरी नहीं की। यादव ने मंगलवार को भरोसा दिलाया कि प्रदेश में मुजफ्फरनगर जैसी घटना अब नहीं होगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य की जनता अगले चुनाव में एक बार फिर उन्हें मौका देगी। सूखे से प्रभावित बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में पहुंचे अखिलेश यादव ने खास बातचीत में कहा कि इस क्षेत्र में सूखे से कोई इनकार नहीं कर सकता है। पहले ओलावृष्टि और अब सूखे से बहुत नुकसान हुआ है। सरकार राहत सामग्री का इंतजाम कर रही है। दो माह का राशन और पेंशन दी जा रही है। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि हर गांव में पानी के टैंकर का इंतजाम करे। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि में केंद्र को सात हजार करोड़ देना है, लेकिन अभी तक 23 सौ करोड़ रुपये मिला है।
सूखे के लिए भी 3500 करोड़ रुपये मांगे हैं और सुप्रीम कोर्ट की डांट के बाद 600 करोड़ मिले हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र हो या राज्य सरकार, कोई एहसान नहीं कर रहा है। यह जनता का पैसा है। कई शहरों में मेट्रो परियोजनाओं के सवाल पर मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि इस साल अक्तूबर तक सभी जगह शुरुआत हो जाएगी। आगरा-लखनऊ हाइवे की तर्ज पर सड़कें बनाई जा रही हैं। लखनऊ, कानपुर और वाराणसी में भी मेट्रो निर्माण पर काम शुरू हो जाएगा। नीतीश कुमार के भाजपा विरोधी गठबंधन के आह्वान पर अखिलेश ने कहा कि उनका मानना है कि सफल वही होता है, जो एक-एक कर काम पूरा करता है। ऐसा नहीं कि अभी एक काम पूरा नहीं हुआ दूसरा पकड़ लिया। फिर तीसरा पकड़ लिया और फेल हो गए। अभी हमारी तैयारी 2017 की है। केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा खेल खेलने में उस्ताद है। लेकिन जनता और दल स्वीकार कर रहे हैं कि काम हुआ है। अखिलेश ने सवालिया लहजे में कहा, हम समाजवादी पेंशन दे रहे हैं, लैपटॉप दे रहे हैं तो दूसरे दल बताएं कि उनका मॉडल क्या है।