सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम वनडे मैच में सांत्वना भरी जीत से राहत महसूस कर रहे भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को इस बात का मलाल है कि टीम के गेंदबाजी आक्रमण में स्थिरता नहीं है। भारत ने पांचवें वनडे में युवा मनीष पांडे के नाबाद 104 रन की मदद से छह विकेट से जीत दर्ज की लेकिन सीरीज 1-4 से गंवाने के दौरान गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए। धोनी हालांकि इसके बावजूद इस प्रदर्शन में सकारात्मक पक्ष देखते हैं। भारत को अब 26 जनवरी ने तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है और धोनी का मानना है कि टीम को इस प्रारूप में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अपनी फील्डिंग में सुधार करना होगा। धोनी ने मैच के बाद कहा, 'मुझे लगता है कि हम इस सीरीज में प्रतिस्पर्धी रहे। लक्ष्य मैच जीतना था।
पहले चार मैच मुझे लगता है कि करीबी थे लेकिन हम इन्हें अच्छी तरह से खत्म नहीं कर पाए। वनडे प्रारूप में यह महत्वपूर्ण है। प्रत्येक ओवर मायने रखता है विशेषकर बड़े स्कोर वाले मैच में। उन्होंने कहा, 'ओवर में 15 से 20 रन देने से विरोधी टीम के लिए कुछ आसानी हो जाती है।' अंतिम ओवर में छह सहित मैच में 34 रन की पारी खेलकर जीत में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी ने कहा, 'शीर्ष क्रम में लंबे समय से ये खिलाड़ी खेल रहे हैं। निचले बल्लेबाजी क्रम में हमें नुकसान उठाना पड़ रहा है। मनीष ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। हमारा गेंदबाजी आक्रमण भी स्थिर नहीं है।'