गुवाहाटी: पूर्वोत्तर भारत की विविधता और रंगारंग संस्कृति की झलक के साथ आतिशबाजी के बीच मंगलवार को यहां 12वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) का समापन हुआ। केंद्रीय खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने यहां इंदिरा गांधी एथलेटिक्स स्टेडियम में खेलों के संपन्न होने की घोषणा की जिससे गुवाहाटी और शिलांग की संयुक्त मेजबानी में आठ दक्षेश देशों के बीच 12 दिन चली इस बहु खेल प्रतियोगिता का औपचारिक अंत हुआ। यह इस क्षेत्र की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता भी है। सोनोवाल ने असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई, मेघालय के खेल मंत्री जेनिथ एम संगमा और भारतीय ओलंपिक संघ के आलाधिकारियों की मौजूदगी में कहा, ‘मैं 12वें दक्षिण एशियाई खेलों की समाप्ति की घोषणा करता हूं।’
इन खेलों में आठ देशों के 2500 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इन खेलों की मशाल हो बुझा दिया गया जिसके बाद गुवाहाटी के आकाश में आतिशबाजी का शानदार नजारा देखने को मिला। दक्षिण एशियाई ओलंपिक परिषद के ध्वज को झुका दिया गया और इसे अगले मेजबान देश नेपाल के अधिकारियों को सौंपा गया। सोनोवाल ने ध्वज दक्षिण एशियाई ओलंपिक परिषद के अध्यक्ष एन रामचंद्रन को सौंपा जिन्होंने इसे 13वें सैग आयोजन समिति के अध्यक्ष और नेपाल ओलंपिक समिति के प्रमुख जीवन राम श्रेष्ठ को नेपाल के खेल मंत्री सत्यनाराण मंडल की मौजूदगी में सौंपा। कंधे की चोट से उबरने के बाद वापसी कर रही मेरीकाम ने श्रीलंका की अपनी प्रतिद्वंद्वी अनुशा कोदितुवाकु दिलरूक्शी पर मुक्कों की बरसात की। यह मुकाबला 90 सेकेंड से भी कम समय तक चला और भारतीय को टेक्नीकल नाकआउट के आधार पर विजेता घोषित कर दिया गया। मेरीकाम की शानदार शुरूआत के बाद इंचियोन एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता पूजा रानी देवी ने 75 किग्रा में नीलांती आंद्रावीर को नाकआउट किया। यह मुकाबला भी केवल एक राउंड तक चला। भारतीयों के चेहरे पर थोड़ा शिकन सरिता देवी के मुकाबले के दौरान आयी जिन्होंने एक साल का प्रतिबंध झेलने के बाद वापसी की है। उन्हें श्रीलंका की एक अन्य प्रतिद्वंद्वी एम विदुषिका प्रबाधी की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। जूडो में भारतीय खिलाड़ियों ने आज दो स्वर्ण और दो रजत पदक जीते। अवतार सिंह ने पुरूषों के अंडर 90 वर्ग में अफगान प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद इस्माइल काकर को हराकर पीला तमगा जीता। दूसरी ओर पूजा ने महिलाओं के अंडर 70 वर्ग में पाकिस्तान की बीनिश खान को 3 . 0 3 मिनट में। महिलाओं के अंडर 78 वर्ग के फाइनल में अरूणा को पाकिस्तान की फौजियो मुमताज ने पराजित किया। पुरूषों के 100 किलो वर्ग में शुभम कुमार को पाकिस्तान के शाह हुसैन शाह ने एक मिनट 29 सेकंड ने हराया। भारतीय जूडो खिलाड़ियों ने नौ स्वर्ण, तीन रजत पदक जीते। पाकिस्तान दूसरे और नेपाल तीसरे स्थान पर रहा।