गुवाहाटी: सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन गुवाहाटी के खानपारा मैदान में किया गया था। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और रेल मत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद थे। समारोह में बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों पार्टी के नेताओं ने शिरकत की। असम में यह पहली भाजपा नीत सरकार है। सर्वानंद असम के 14वें मुख्यमंत्री बने हैं। शपथ ग्रहण करने के बाद सर्वानंद मंच पर पीएम मोदी से मिले। पीएम ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। जबकि हेमंत विश्वा शर्मा, प्रमिला रानी, अतुल बोरा, चंद्र मोहन पटवारी, परिमल शुक्ला, रंजीत दत्त, केशव मोहंता, रिहोन दैमारी ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी, वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी और असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई भी मौजूद थे। सर्बानंद सोनोवाल को बीते दिनों सर्वसम्मति से असम में भाजपा विधायक दल के नेता चुन लिये गए जिससे उनके राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया। सोनोवाल को गुवाहाटी में नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्हें राज्यपाल पीबी आचार्य ने सरकार बनाने का न्यौता दिया।
असम के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य ने भाजपा, अगप और बीपीएफ को राज्य में अगली गठबंधन सरकार बनाने का न्यौता दिया। इससे पहले इन तीनों सहयोगी दलों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। असम विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा विधायकों की पहली बैठक में पार्टी विधायक हिमंत विश्वशर्मा ने सोनोवाल का नाम सदन में पार्टी के नेता के रूप में प्रस्तावित किया था। सोनोवाल ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। सोनोवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ऑल असम स्टूडेंट यूनियन से की थी, उसके बाद वह अगप में गए और फिर 2011 में भाजपा में। उन्हें 2012 में भाजपा की असम इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। उन्हें जनवरी, 2016 में असम के लिए भाजपा के मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। गौरतलब है कि 126 सदस्यीय असम विधानसभा में इस बार भाजपा ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद (अगप) और बोडो पीपुल्स फ्रंट ने क्रमश: 14 और 12 सीटों पर जीत हासिल की है।