नई दिल्ली: निचली अदालतों के जजों की शिकायत पर कार्रवाई न होने को लेकर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की ओर से जारी की गई नाराजगी के 2 दिन बाद ही सीबीआई ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। न्यायाधीशों को कथित रूप से बदनाम करने वाले पोस्ट के मामले में अब तक कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सीबीआई ने न्यायाधीशों और न्यायपालिका के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट करने से संबंधित मामले की चल रही जांच में तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। दो आरोपियों की गिरफ्तारी आज हुई है। सीबीआई ने आज आरोपी पट्टापू आदर्श और लवनुरु सांबा शिव रेड्डी को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले बीते माह 28 जुलाई को धामी रेड्डी कोंडा रेड्डी और पामुला सुधीर को गिरफ्तार किया गया था। वहीं बीते माह ही 9 जुलाई को लिंगारेड्डी राजशेखर रेड्डी को भी गिरफ्तार किया गया था।
चीफ जस्टिस एन वी रमण ने धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत पर स्वतः संज्ञान लेते हुए की गई सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की थी। सीबीआई को नोटिस जारी करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा था कि जांच एजेंसी बिल्कुल भी न्यायपालिका की मदद नहीं कर रही है। एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, रविवार को सीबीआई ने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जजों खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
चीफ जस्टिस ने कहा था, 'सीबीआई ने कुछ नहीं किया। हमें उम्मीद थी कि सीबीआई के बर्ताव में कुछ बदलाव होगा लेकिन कुछ नहीं बदला। माफ कीजिएगा, लेकिन यह स्थिति है। जब जज सीबीआई और आईबी से खुद को मिल रही धमकियों की शिकायत करते हैं, वे मदद नहीं करते।'