अमरावती: दुनिया के सबसे धनी मंदिरों में से एक तिरुपति बालाजी मंदिर में 100 करोड़ रुपए का घोटाला करने का मामला सामने आया है। यह खुलासा खुद मंदिर के मुख्य पुजारी रमन्ना दीक्षितुलू ने किया है। पुजारी के अनुसार आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू मंदिर के पैसों का दुरूपयोग करते हैं। हालांकि इस खुलासे के बाद पुजारी को हटा दिया गया।
कहा यह भी जा रहा है की कर्णाटक चुनाव के बाद तिरुपति गए अमित शाह के स्वागत से नाराज़ होकर ही मुख्य पुजारी के खिलाफ अचानक इस कारवाही को अंजाम दिया गया है। लेकिन चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली आन्ध्र प्रदेश सरकार मुख्य पुजारी के इन आरोपों से इत्तेफाक नहीं रखती।
सरकार की माने तो साल 2010 में टीटीडी बोर्ड ने 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को रिटायर करने का फैसला किया था और चूँकि मुख्य पुजारी 72 साल के हो चुके हैं इसीलिए उन्हें सेवानिवृत करने नए मुख्य पुजारी को नियुक्त किया गया है। मालूम हो कि इस प्राचीन मंदिर में गरीबों के साथ बड़े-बड़े कारोबारी, फिल्मी सितारे और राजनेता दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
हर साल लाखों लोग तिरुमाला की पहाड़ियों पर उनके दर्शन करने आते हैं। तिरुपति के इतने प्रचलित होने के पीछे कई कथाएं और मान्यताएं हैं। इस मंदिर से बहुत सारी मान्यताएं जुड़ी हैं।