लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि बुआ लैपटॉप और स्मार्ट फोन के बजाय नगदी बांटने की बात कर रही हैं। उन्हें नगदी का पुराना शौक है। जो उनके घर जाता है उससे नगदी की बात होती है। उनके जन्मदिन के नाम पर वसूली होती है। आप पुराने रिकॉर्ड देख ले, सब पता चल जाएगा। सीएम ने कहा कि कुछ लोग उत्तर प्रदेश के विभाजन की वकालत कर रहे हैं, कल कहेंगे देश बहुत बड़ा चलो इसका भी बंटवारा कर दें। सीएम अखिलेश यादव ने ये बातें निशुल्क स्मार्टफोन पंजीकरण के वेबपोर्टल के उद्घाटन के दौरान कहीं। बता दें कि रविवार को लखनऊ में हुई रैली के दौरान, मायावती ने कहा था कि वह लैपटॉप व स्मार्टफोन की जगह नगद देकर लोगों की मदद करेंगी। अखिलेश ने कहा कि बसपा की रैली में लोगों की जानें जा रही हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या गारंटी है कि चुनाव बाद भाजपा और बसपा गठजोड़ नहीं करेंगी। लोग अभी भी रक्षाबंधन और भाजपा का प्रचार नहीं भूले हैं। इन्हें मिलेगा लैपटॉप बीते दिनों यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने लोगों को स्मार्टफोन बांटने की घोषणा की थी। इस योजना में रजिस्ट्रेशन अभी होगा और अगली सपा सरकार बनने पर स्मार्टफोन बांटे जाएंगे। इस योजना की शुरुआत करते हुए सीएम ने सोमवार को स्मार्टफोन के रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल लॉन्च किया। जानें किसे मिल सकता है स्मार्टफोन... स्मार्टफोन के लिए आवेदनकर्ता की उम्र 18 होनी चाहिए।
आवेदन करने वाला यूपी का नागरिक होना चाहिए। सरकारी नौकरी करने वाले आवेदन नहीं कर सकेंगे। जिनके अभिभावक सरकारी सेवा में हैं तो वे भी पात्र नहीं होंगे। अगर कोई निजी क्षेत्र में कार्यरत है और परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम है, तभी आवेदन कर करेगा। रजिस्ट्रेशन के समय सिर्फ हाईस्कूल के प्रमाण-पत्र की स्कैन कॉपी अपलोड करना जरूरी होगा।