लखनऊ: केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपानीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की घटक शिवसेना उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव अपने बलबूते पर लड़ते हुए 200 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी। शिवसेना के प्रवक्ता एवं सांसद संजय राउत ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 403 में से 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान वह किसी भी दल से तालमेल नहीं करेगी। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे वाराणसी में गंगा आरती करके प्रदेश में पार्टी के चुनाव अभियान की शुरआत करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य 25 से 30 सीटें जीतने का है। उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जो देश की राजनीति को दिशा देता है। जिसके पीछे इस राज्य की जनता का समर्थन होता है वही देश पर राज करता है। भाजपा से तालमेल ना करने के सवाल पर राउत ने कहा, ‘हम राजनीति में अछूत हैं क्योंकि हम प्रखर हिंदुत्ववादी हैं। हम राजनैतिक स्वार्थपूर्ति के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करते, ऐसे में भाजपा भी चाहेगी कि हम उत्तर प्रदेश में आगे ना बढ़ें।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भारतीय सेना के अभियान के खिलाफ बोलने वाले लोग ‘गद्दार’ हैं और उनका ‘कोर्ट मार्शल’ होना चाहिये। शिवसेना नेता ने एक सवाल पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की यह कहते हुए तारीफ की कि वह युवा नेता हैं, जिन्होंने अनेक विकास कार्य किये हैं, लेकिन उन्हें खुलकर काम नहीं करने दिया गया।
हालांकि उन्होंने समाजवादी पार्टी की परिवारवाद की राजनीति की आलोचना भी की। राउत ने दशहरे के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लखनऊ की सम्भावित यात्रा के बारे में कहा कि मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन उन्हें विधानसभा चुनाव में फायदा देखते हुए लखनऊ नहीं आना चाहिए। आरक्षण के सवाल पर राउत ने कहा कि आरक्षण का आधार आर्थिक होना चाहिए। समाज के गरीब और दुर्बल लोगों को आरक्षण मिलना चाहिये।