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लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी समेत प्रदेश के अन्य जनपदों में छाई धुंध को गम्भीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड तथा पर्यावरण विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे इस धुंध के लिए जिम्मेदार कारणों का शीघ्र पता लगाकर इनके निदान के उपाय प्रस्तुत करें। उन्होंने प्रदूषण की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। यादव ने कहा है कि प्रदूषण का जन-जीवन के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि कूडे़ के निस्तारण की समुचित व्यवस्था की जाए और उसे जलाने से परहेज किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वाहन तथा जनरेटर आदि प्रदूषण नियन्त्रण के निर्धारित मानकों के अधीन संचालित हों। खेतों में फसलों के अवशेष का निस्तारण इस प्रकार सुनिश्चित कराया जाए कि प्रदूषण के स्तर में बढ़ोत्तरी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य सरकार पर्यावरण संतुलन के प्रति बेहद संवेदनशील है। प्रदेश में ‘ग्रीन यूपी-क्लीन यूपी‘ कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत गत जुलाई माह में एक ही दिन में 5 करोड़ पौधों का रोपड़ किया गया है। इसके अलावा सभी जनपदों में 50 एकड़ से लेकर 1000 एकड़ तक के क्षेत्रों का चयन करके वृक्षारोपण कराया गया है तथा उनकी देखभाल सुरक्षा की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है, जिसके फलस्वरूप राज्य के वनावरण में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

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