ताज़ा खबरें
दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप के चौथे चरण के तहत लगाए गए प्रतिबंध हटाए गए
स्टार्टआप के नाम पर सिर्फ खोखली नारेबाजी-जोरदार प्रचार हुआ: खड़गे
सरकारी कर्मचारियों का इंतजार खत्म, आठवें वेतन आयोग को मिली मंजूरी
दिल्ली: कांग्रेस देगी-300 यूनिट बिजली, 500 में सिलेंडर, राशन किट फ्री
दिल्ली-यूपी में बारिश, ठंड में हुआ इजाफा, आईएमडी का ताजा अलर्ट

हरिद्वार (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल कोई भी पार्टी हो, सभी का मकसद दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराना है। जब गठबंधन बन रहा था, तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी से विचार-विमर्श कर यह निर्णय लिया था कि जो भी क्षेत्रीय दल जहां मजबूत होगा, अन्य दल भी उसे मजबूत बनाएंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी काफी मजबूत स्थिति में है। इस कारण समाजवादी पार्टी ने उसका समर्थन किया है। अखिलेश यादव बुधवार को हरिद्वार में चंडीघाट के नमामि गंगे घाट में चाचा राजपाल यादव के अस्थि विसर्जन के लिए पहुंचे थे।

गंगा में कहीं से भी स्नान करो, पुण्य मिलता है: अखिलेश

पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि कुंभ हिंदू परंपरा के तहत हजारों सालों से होता आया है, जिसमें कई ऋषि मुनियों के दर्शन होते हैं। श्रद्धालु दान देकर और संगम में स्नान कर पुण्य के भागी बनते हैं। मां गंगा गोमुख से लेकर गंगा सागर तक हैं। कहीं भी स्नान करो पुण्य मिलता है।

संगम तब जाएंगे, जब मां गंगा बुलाएंगी: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि वह संगम तब जाएंगे, जब मां गंगा बुलाएंगी। उत्तर प्रदेश सरकार पर कुंभ की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इतने संसाधनों के बाद भी महाकुंभ में कमी का रह जाना कई सवाल खड़े करता है। उम्मीद है कि सरकार कुंभ मेला क्षेत्र की कमियों पर ध्यान देगी। इससे पूर्व तीर्थ पुरोहित पंडित शैलेश मोहन ने विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना कर अस्थि विसर्जन कराया। इस अवसर पर विधायक शिवपाल यादव, राज्य सभा सदस्य प्रो. रामगोपाल, पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र पाराशर, चंद्रशेखर यादव, सत्यनारायण सचान, लव कुमार दत्ता आदि मौजूद रहे।

यूसीसी लागू करने से पहले विकास की बात हो: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने से अच्छा है कि पहले विकास की बात होनी चाहिए। उत्तराखंड बनते समय जो वादे किए गए थे, सपने दिखाए गए थे, जनता तरक्की और खुशहाली के सपने देख रही थी, वो साकार हों। उत्तराखंड में आज भी रोजगार और पलायन बहुत बड़ी समस्या है। राज्य के कुछ हिस्से में तो विकास हुआ है, लेकिन अभी भी कई ऐसे क्षेत्र हैं, जो विकास से अछूते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख