ताज़ा खबरें
किश्तवाड़ में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़, एक जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए: तृणमूल कांग्रेस
'खोखले भाषण देना बंद कीजिए'- राहुल ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
ट्रंप के दावे पर पीएम मोदी की चुप्पी का क्या मतलब: कांग्रेस का सवाल

कोट्टायम/कोच्चि: केरल के वरिष्ठ विधायक और राजग सहयोगी पी सी जॉर्ज ने रविवार को दावा किया कि राज्य से कांग्रेस के छह सांसद और तीन विधायक भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के साथ संपर्क में हैं और वहां दल-बदल संभव है। कांग्रेस ने पूंजर क्षेत्र से विधायक के इस दावे को खारिज किया है और उन्हें बड़बोला बताते हुए कहा है कि वह सिर्फ मीडिया का ध्यान पाने के लिये ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। जॉर्ज की केरल जनपक्षम सेक्युलर पार्टी हाल में राज्य में भाजपा नेतृत्व वाले राजग का हिस्सा बनी।

उन्होंने ऐसे समय में यह दावा किया है जब कर्नाटक और गोवा में अपने विधायकों के दल-बदल से कांग्रेस को झटका मिला है। अपनी पार्टी की प्रदेश कमेटी की बैठक के बाद कोट्टायम में जॉर्ज ने पत्रकारों से कहा, मुझे पता चला है कि राज्य में कांग्रेस के छह सांसद और तीन विधायक भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत कर रहे हैं। बहरहाल उन्होंने इस संबंध में और जानकारी देने से इनकार कर दिया।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिदों में नमाज के लिये महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के लिये अखिल भारत हिन्दू महासभा की केरल इकाई की याचिका सोमवार को खारिज कर दी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने केरल उच्च न्यायालय के इस आदेश को सही ठहराया कि यह जनहित याचिका प्रायोजित है और 'सस्ते प्रचार के लिये इसका इस्तेमाल हो रहा है।

केरल हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ अपील खारिज करते हुये पीठ ने सवाल किया, ''आप कौन हैं? आप कैसे प्रभावित हैं? हमारे सामने प्रभावित लोगों को आने दीजिये। अखिल भारत हिन्दू महासभा की केरल इकाई के अध्यक्ष स्वामी देतात्रेय साई स्वरूप नाथ ने जब न्यायाधीशों के सवालों का जवाब मलयाली भाषा में देने का प्रयास किया तो पीठ ने न्यायालय कक्ष में उपस्थित एक अधिवक्ता से इसका अनुवाद करने का अनुरोध किया। अधिवक्ता ने पीठ के लिये अनुवाद करते हुये कहा कि स्वामी याचिकाकर्ता हैं और उन्हेांने केरल उच्च न्यायालय के 11 अक्टूबर, 2018 के आदेश को चुनौती दी है।

मावेलिक्कारा (केरल): केरल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। केरल के मावेलिक्कारा में एक व्यक्ति द्वारा कथिततौर पर जिंदा जलाई गई 34 वर्षीय महिला पुलिस कांस्टेबल की शनिवार को मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक महिला सिपाही मावेलिक्कारा के वल्लीकुन्नम पुलिस थाने में तैनात थी। पुलिस के अनुसार महिला पुलिसकर्मी जब ड्यूटी के बाद घर लौट रही थी, तब आरोपी ने उस पर कथित रूप से पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।

पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। महिला को जलाने के दौरान आरोपी भी झुलस गया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि हमले के कारण का पता लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में इसी तरह का एक मामला गुजरात में सामने आया था। गुजरात में एक महिला पुलिस अधिकारी को उसके पति और ससुराल वालों ने कथित रूप से मार डाला था। उन सभी की उसकी संपत्ति पर नजर थी।

तिरुवनंतपुरम: पिछले तीन सालों में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ सोशल मीडिया पर कथित तौर पर अपशब्द कहने के मामले में 119 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह आंकड़े सरकार ने मुहैया करवाए हैं। इस खुलासे ने राज्य विधानसभा में खलबली मचा दी है। विपक्ष विजयन की तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कर रहा है। यह आंकड़े मुख्यमंत्री ने यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता एमके मुनीर के सवाल पूछे जाने पर इस साल की शुरुआत में खुद जारी किए थे। इस मामले को दोबारा मंगलवार को विधानसभा में उठाया गया।

विपक्षी नेता रमेश चेन्नितला ने विधानसभा में कहा, 'पिनराई विजयन योगी आदित्यनाथ के पदचिन्हों पर चल रहे हैं। यदि कोई उनके खिलाफ मुंह खोलता है तो कार्रवाई की जाती है। लेकिन मुझे गालियों से निशाना बनाया गया, पुलिस में सीधे शिकायत करने के बावजूद कुछ नहीं हुआ।' आंकड़ों के अनुसार 119 में से 12 लोग सरकारी कर्मचारी हैं। अन्य 29 के खिलाफ विभागीय स्तर की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। जिनमें आपराधिक धमकी से लेकर अश्लील शब्दों और गीतों के उच्चारण करने तक शामिल हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख