तिरुवनंतपुरम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को प्रस्तावित केरल यात्रा स्थगित कर दी गई है। याद दिला दें कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद जगह-जगह फैली हिंसक घटनाओं में पुलिस ने 1400 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को प्रस्तावित यात्रा अभी स्थगित कर दी गई है। भाजपा नेता ने कहा कि पीएम की पठानमथिट्टा यात्रा 6 जनवरी को कुछ अन्य व्यस्तताओं के कारण स्थगित कर दी गई है। इसका मौजूदा स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन हम इस स्थिति को और बढ़ाना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर 6 जनवरी को पीएम मोदी यहां आते तो इस साल यह उनकी दक्षिण भारत की पहली राजनीतिक रैली होती।
राज्य के कई इलाकों में स्थिति आज शुक्रवार को भी तनावपूर्ण रही। तड़के कोझीकोड जिले के पेरम्बरा में मालाबार देवसोम बोर्ड के सदस्य शशिकुमार के घर पर बम फेंका गया। इस घटना के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दोषी ठहराया। वहीं, गुरुवार की रात सीपीआई (एम) और भाजपा कार्यकर्ताओं के कम से कम 50 घरों पर हमला किया गया।
पठानमथिट्टा जिले के आदूर में 40 घरों पर हमला किया गया।
विरोध प्रदर्शन के बीच तीसरी महिला ने पूजा की
केरल में विरोध प्रदर्शन के बीच गुरुवार रात को सबरीमाला में भगवान अयप्पा के मंदिर में 46 वर्षीय श्रीलंकाई तमिल महिला ने पूजा अर्चना की है। मुख्यमंत्री कार्यालय में सूत्रों और पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि श्रीलंकाई महिला ने मंदिर में प्रवेश किया और पूजा की। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के लगभग तीन माह बाद अब तक तीन महिला मंदिर में पूजा अर्चना कर चुकी है। हालांकि तीसरी महिला शशिकला के मंदिर में जाने को लेकर असमंजस की स्थित भी पैदा हो गई है। क्योंकि महिला मंदिर में प्रवेश की बात से इनकार कर रही है। वहीं पुलिस ने बाद में शशिकला के मंदिर में दर्शन से संबंधित सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए।
सूत्रों के अनुसार सुरक्षा कारणों के चलते शशिकला संभवत: कह रही हों कि वह पूजा नहीं कर सकीं। हालांकि यह साफ नहीं है कि महिला गर्भगृह तक पहुंचने के लिए पदीनेट्टमपदी (पवित्र 18 सीढ़ियां) चढ़ी थीं या नहीं। वहीं शशिकला का कहना है कि उसने अपने रजोनिवृत्त होने का मेडिकल प्रमाण पत्र भी दिया, लेकिन उसे अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
पति और बेटे के साथ गई थीं शशिकला
अपने पति सरवानन और बेटे के साथ दर्शन के लिए आई थीं। उन्होंने पंबा में पत्रकारों से कहा कि उन्हें मंदिर के अंदर जाकर पूजा करने की अनुमति नहीं मिली। सरवानन ने बताया कि केवल वह और उनका बेटा ही गुरुवार को पूजा कर पाए। शशिकला ने दावा किया कि उसने 41 दिन तक व्रत रखा था। इसी दिन दो महिलाओं के मंदिर में प्रवेश को लेकर केरल के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए।
ट्रांसजेंडर कायल को मंदिर में नहीं जाने दिया
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब छह बजे पंबा पहुंचीं ट्रांसजेंडर कायल को पुलिस ने लौटा दिया और श्रद्धालुओं के प्रदर्शन के कारण उन्हें मंदिर परिसर के अंदर नहीं जाने दिया। उन्होंने बताया कि कायल साड़ी में आई थीं और बाद में उन्होंने पुरुषों के कपड़े पहन लिए और इरुमुदीकेट्टू के साथ मंदिर के अंदर जाने की कोशिश करने लगीं। चार ट्रांसजेंडरों ने हाल में सबरीमला में पूजा की थी।
केरल में हिंसा के दौरान देसी बम फेंके गए
सबरीमाला मंदिर में 50 साल से कम उम्र की महिलाओं के प्रवेश के बाद केरल में शुक्रवार को भी हिंसा होने से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। शुक्रवार को भी कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देसी बम फेंके और पथराव किया। इस दौरान 132 पुलिसकर्मी समेत 174 लोग घायल हुए। जिनमें 10 मीडियाकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस ने ऑपरेशन ब्रोकन विंडो के तहत हिंसा करने वाले 1400 लोगों को अबतक गिरफ्तार किया है। साथ ही हिंसक प्रदर्शनों के संबंध में 801 मामले दर्ज किए गए हैं। गुरुवार को हिंदू समर्थक संगठनों ने सुबह से शाम तक हड़ताल का आह्वान किया था।
उन्होंने बताया कि इस वक्त 1009 लोग एहतियातन हिरासत में हैं। पुलिस ने बताया कि मालाबार देवस्वोम बोर्ड के सदस्य के. शशिकुमार के कोझिकोड में पेरम्ब्रा स्थित घर पर शुक्रवार तड़के देसी बम फेंके गए। उन्होंने बताया कि पथनमथिट्टा में अडूर में मोबाइल की एक दुकान पर भी इसी तरह के विस्फोटक फेंके गए। कन्नूर में देसी बम से हमले की चार घटनाएं रिपोर्ट की गईं। कोझिकोड, कन्नूर, मलप्पुरम, पलक्कड़ और तिरुवनंतपुरम में कई जगहों पर भाजपा और सबरीमाला कर्मा समिति के कार्यकर्ताओं ने हिंसक प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ी। मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के कारण चौतरफा विरोध प्रदर्शनों के बाद गुरुवार रात उत्तरी केरल में कासरगोड जिले के पलक्कड़ शहर और मंजेश्वरम तालुक में निषेधाज्ञा लागू की गई।
भाजपा और मकपा के 50 कार्यकर्ताओं के घर पर हमले
पुलिस बताया कि कन्नूर में स्थानीय भाजपा के कार्यालय को बदमाशों ने आग लगा दी। पथनमथिट्टा, कन्नूर, कोझिकोड और तिरुवनंतपुरम में सत्तारूढ़ माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के 50 घरों पर हमले हुए और पथराव किए गए। इन प्रदर्शनों के दौरान छुरा घोंपने से भाजपा के तीन कार्यकर्ता भी घायल हुए।