तिरुअनंतपुरम: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि 19वीं शताब्दी में पश्चिमी देशों को भारतीय दर्शन से रूबरू कराने वाले आध्यात्मिक नेता स्वामी विवेकानंद अगर आज होते तो भारत में मानवता का समर्थन करने की वजह से उन पर हिंसक हमले होते। तिरुअनंतपुरम में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में शशि थरूर ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि अगर वर्तमान भारत में स्वामी विवेकानंद होते तो जिन गुंडों ने स्वामी अग्निवेश पर हमला किया, वही उन पर भी हमला करते। उनके चेहरे पर इंजन ऑयल पोता जाता और गलियों में धक्के दिए जाते। क्योंकि स्वामी विवेकानंद लोगों के सम्मान का समर्थन करते और कहते कि मानवता सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश भी मौजूद थे। 79 वर्षीय स्वामी अग्निवेश पर पिछले महीने ही झारखंड में हमला किया गया था। 17 जुलाई को पाकुड़ में एक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। स्वामी अग्निवेश के मुताबिक वे सभी भाजपा के यूथ विंग से जुड़े हुए थे। हालांकि स्टेट भाजपा ने इन दावों को खारिज कर दिया था।
शशि थरूर ने अपने भाषण के दौरान कहा कि, गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पिछले चार वर्षों के दौरान सांप्रदायिक हिंसा के 2,920 मामले सामने आए। जिसमें से 70 मामले गाय को लेकर हुई हिंसा के थे। इसमें से 68 मामले पिछले चार वर्षों में भाजपा की सरकार के दौरान सामने आए।
आपको बता दें कि पिछले दिनों ही शशि थरूर ने कहा था कि अगर भारतीय जनता पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतती है, तो इससे देश 'हिंदू पाकिस्तान' बन जाएगा। थरूर ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी अगर जीतती है, तो वह नया संविधान लिखेगी, जिससे यह देश पाकिस्तान बनने की राह पर प्रशस्त होगा। जहां, अल्पसंख्यकों के अधिकारों का कोई सम्मान नहीं किया जाता है। शशि थरूर के इस बयान के बाद भाजपा ने उनपर जोरदार हमला बोला था।