कन्याकुमारी (तमिलनाडु): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां विवेकानंद रॉक मेमोरियल में 45 घंटे की अपनी ध्यान साधना पूरी की और तमिल संत कवि तिरुवल्लुवर को पुष्पांजलि अर्पित की।
ध्यान सत्र के समापन पर, सफेद वस्त्र पहने मोदी ने स्मारक के बगल में स्थित उस परिसर का दौरा किया, जहां तिरुवल्लुवर की 133 फुट ऊंची प्रतिमा स्थित है और वहां एक विशाल माला चढ़ाई। वह नौका द्वारा प्रतिमा परिसर गये और बाद में वह तट पर पहुंचे।
प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से तिरुवनंतपुरम पहुंचे और वहां से दिल्ली के लिए रवाना हुए।
मोदी ने 30 मई को यहां पहुंचने पर भगवती अम्मन मंदिर में पूजा-अर्चना की और बाद में विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे।
स्मारक में अपने प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ने ध्यान लगाया और सूर्योदय के समय ‘सूर्य अर्घ्य’ दिया। ‘सूर्य अर्घ्य’ के तहत भगवान सूर्य को जल अर्पित कर उन्हें नमन किया जाता है।
ध्यान साधना के लिए प्रधानमंत्री की कन्याकुमारी यात्रा का तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) समेत ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों ने विरोध किया।
प्रधानमंत्री के प्रवास के मद्देनजर द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने आरोप लगाया कि पर्यटकों को उस क्षेत्र में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, जिससे स्थानीय व्यवसाय पर गंभीर असर पड़ा है।
तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई व्यक्ति 14 कैमरों के सामने बैठकर ध्यान कैसे कर सकता है? क्या यह ध्यान है? यह ध्यान साधना चुनावी राजनीति को ध्यान में रखकर की गई है।’’
कन्याकुमारी सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है और मेमोरियल तट के पास एक छोटे-से टापू पर स्थित है।
प्रधानमंत्री ने 30 मई की शाम को विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान साधना शुरू की थी और शनिवार को इसे पूरा कर लिया।