शिलांग: मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में रविवार (1 मार्च) तड़के 37 वर्षीय एक शख्स की तीन अज्ञात लोगों ने उसके घर में हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि इसी के साथ राज्य में आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच झड़पों में मृतकों की संख्या तीन पर पहुंच गई है। सहायक पुलिस महानिरीक्षक गैब्रियल इयांग्राई ने बताया कि यह घटना शैला थानांतर्गत पिरकान गांव में हुई। इयांग्राई ने बताया कि इस घटना में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मृतक की पहचान उपहास उद्दीन के तौर पर हुई है। हिंसक झड़पों के बाद यहां शनिवार (29 फरवरी) रात लगाया गया कर्फ्यू रविवार (1 मार्च) को सुबह आठ बजे हटा लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि लुमदिएंगजरी एवं सदर पुलिस थाना क्षेत्रों और कैंटोनमेंट बीट हाउस इलाकों में अब भी अनिश्चितकालीन कर्फ्यू जारी है। उन्होंने बताया कि यह कर्फ्यू पूर्वी खासी हिल्स जिले के इचामति में शुक्रवार (28 फरवरी) को और शिलांग के लेवदुह बाजार में शनिवार (29 फरवरी) को हुई अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत के बाद शनिवार रात नौ बजे से लगाया गया था।
इयांग्रई ने कहा कि मॉवथाबा में शनिवार रात मेघालय बेसिन डेवलपमेंट अथॉरिटी के कर्मचारी पर हमला किया गया और उसे पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है। इन तीनों मौतों, खासकर खासी स्टूडेंट्स यूनियन (केएसयू) के कार्यकर्ता की मौत के बाद से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। भारत-बांग्लादेश सीमा से करीब इचामति इलाके में छात्र संघ के सदस्यों और गैर-आदिवासियों के बीच हुई झड़प में कार्यकर्ता की मौत हुई थी।
पूर्वी खासी हिल्स जिले के अधिकारियों ने बताया कि लुमदिएंगजरी एवं सदर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों और कैंटोनमेंट बीट हाउस में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के भय के चलते कर्फ्यू लगाया गया है। जिला मजिस्ट्रेट मतसिएवदोर डब्ल्यू नोंगबरी ने एक आदेश में कहा, “शांति एवं सौहार्द बिगड़ने की आशंका है जिससे जान-माल को नुकसान हो सकता है..मैं इन इलाकों में एक मार्च को सुबह आठ बजे से अगले आदेश तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा करता हूं।”
अधिकारियों ने बताया कि खासी और जयंतिया हिल्स क्षेत्र के छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट और संदेश भेजने की सेवाओं पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई है, ताकि कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली अफवाहों पर लगाम लग सके।
जिले की पुलिस अधीक्षक क्लॉडिया लिंगवा ने कहा कि शुक्रवार को इचामति में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ और इनर लाइन परमिट (आईएलपी) को लागू करने की मांग को लेकर आयोजित एक रैली के दौरान केएसयू सदस्यों और गैर आदिवासियों के बीच झड़प हो गई थी। उन्होंने कहा कि इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसपी ने बताया कि कैंटोनमेंट बीट हाउस के तहत लेवदुह मार्केट में शनिवार (29 फरवरी) को एक व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी और अज्ञात व्यक्तियों के हमलों में सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। साथ ही कहा कि इस संबंध में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि झड़पों के बाद, शिलांग के दो थाना क्षेत्रों में दोपहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था, जबकि रात का कर्फ्यू पूरे शहर में लगाया गया। अधिकारियों ने बताया कि शहर के प्रभावित इलाकों के अलावा जिलों के संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की तीन कंपनियों की तैनाती की गई है।
राज्यपाल तथागत रॉय और मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की। दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए अपील की क्योंकि छह जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। मुख्यमंत्री संगमा ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की और शांति के लिए अपील की।