शिलांग: मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने कहा है कि गुरुवार को हिंसा स्थानीय मुद्दे पर भड़की थी और यह सांप्रदायिक नहीं थी। कर्फ्यू में रविवार को सात घंटे की ढील दी गई। दो समुदायों से जुड़ी झड़प के मद्देनजर दिल्ली से शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के एक दल ने मेघालय की राजधानी का दौरा किया है. हिंसा में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि ईस्ट खासी हिल्स जिला प्रशासन ने सुबह आठ बजे से दोपहर तीन बजे तक कर्फ्यू में ढील देते हुए रविवार की प्रार्थना के लिए लोगों को चर्च जाने की अनुमति दी।
संगमा ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘समस्या एक खास मुद्दे पर स्थानीय स्तर की है। बस ये हुआ कि दो खास समुदाय के लोग इसमें शामिल थे, लेकिन यह सांप्रदायिक नहीं था।’’ उन्होंने कहा कि कुछ समूहों और राज्य के बाहर के मीडिया के एक धड़े ने इसे सांप्रदायिक रंग दिया। उन्होंने कहा कि हिंसा के मामले में ईस्ट खासी हिल्स जिले के बाहरी इलाके के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया और कुछ लोगों ने उन्हें शराब और नकदी बांटी थी।
शिलांग ईस्ट खासी हिल्स जिले में आता है। इससे पहले, शिअद की एक टीम ने हिंसा प्रभावित इलाके के बाशिंदों से मुलाकात की. टीम में विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा और पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मंजीत सिंह भी थे। शिअद के दल ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। अधिकारियों ने बताया कि लुमडिंगजरी थाना और छावनी पुलिस बीट हाउस के 14 क्षेत्रों में कर्फ्यू तीन बजे फिर से बहाल कर दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि समूचे शहर में रात 10 से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा और इंटरनेट तथा मैसेजिंग सेवा निलंबित रहेगी। योगी ने कहा की हमारी सरकार बिना जाति और बिना किसी भेदभाव के काम करती है तो उसे समर्थन और जनता का आशीर्वाद भी मिलना चाहिए। उन्होंने नक्सली हमले में शहीद हुए जवान सुलभ उपाध्याय के नाम पर यहां एक स्मारक बनाने की घोषणा की।