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नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार (5 मई 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया। पुतिन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

आतंक के खिलाफ जंग में भारत के साथ रूस

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि हमले के पीछे के लोगों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। पुतिन का भारत को समर्थन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के करीब दो हफ्ते बाद आया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।

पीएम मोदी ने इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए पुतिन को आमंत्रित किया। इससे पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर एस जयशंकर से फोन पर बात की थी। उन्होंने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की थी।

भारत-पाक स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक सोमवार को बंद कमरे में होनी है। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर आपात बैठक की मांग की। पाकिस्तानी राजदूत ने पिछले सप्ताह गुतारेस से मुलाकात की थी और उन्हें क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी थी। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी बॉर्डर को बंद करना और आतंकवादी हमले के बाद राजनयिक संबंधों को सीमित करना शामिल है।

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