नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ कोई सख्त एक्शन लेने वाला है। इस बीच देश के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पीएम आवास पर मुलाकात की। नेवी और एयरफोर्स चीफ के बाद रक्षा सचिव से पीएम मोदी की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
बीते 26 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक की। यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली, जिसमें पीएम मोदी ने सभी सेनाओं को पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के लिए पूरी छूट दे दी।
पीएम मोदी ने बैठक में कहा, 'सेना अपने हिसाब से टाइम और टारगेट तय करके जवाबी कार्रवाई करे।' सरकार के इस फैसले के बाद ही पाकिस्तान के मन में डर बैठ गया है और पाकिस्तानी सेना एलओसी पर लगातार सीजयफायर का उल्लंघन कर रही है, जिसका मुंहतोड़ जवाब भारतीय सेना की ओर से भी दिया जा रहा है।
एयरफोर्स चीफ ने रविवार को पीएम मोदी से की मुलाकात
आईएएफ चीफ एपी सिंह ने बीते रविवार (4 मई) को प्रधानमंत्री आवास पर जाकर पीएम मोदी से मुलाकात की थी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई ये मीटिंग राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों को लेकर काफी अहम थी। बताया जा रहा है कि इस मीटिंग में आईएएफ चीफ ने एयरफोर्स की तैयारियों के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी।
नेवी चीफ ने भी पीएम को दी तैयारियों की जानकारी
शुक्रवार (2 मई, 2025) को नेवी चीफ एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने भी प्रधानमंत्री से उनके लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की थी। पीएम मोदी के साथ करीब एक घंटे हुई बैठक में नौसेना प्रमुख ने नेवी की मौजूद तैयारियों के बारे में जानकारी दी थी। हाल ही में इंडियन नेवी के युद्धपोतों ने अरब सागर में कई एंटी शिप मिसाइल दागी थीं।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने क्या-क्या एक्शन लिए?
पहलगाम हमले के तुरंत बाद हुई सीसीएस की बैठक में भारत ने पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया। भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया। भारत ने पाकिस्तान का वीजा भी रद्द कर दिया और यहां मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ने का आदेश दिया। भारत ने इस्लामाबाद स्थित हाई कमीशन में स्टाफ की संख्या कम कर दी और पाकिस्तान को भी इंडिया स्थित हाई कमीशन से स्टाफ कम करने को कहा। इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के विमानों के लिए एयरस्पेस और पाकिस्तानी झंडे लगे जहाजों के लिए पोर्ट पर एंट्री रोक दी। पाकिस्तान को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब भारत ने पाकिस्तान से होने वाले सभी तरह के आयात पर रोक लगा दी।