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नई दिल्‍ली: यहाँ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कई केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने रविवार को नामांकन प्रक्रिया के दौरान पार्टी अध्यक्ष पद के लिए शाह के नाम का प्रस्ताव किया। भाजपा अध्यक्ष पद के लिए शाह के निर्विरोध चुने जाने की घोषणा आज दोपहर सवा एक बजे के बाद की गई। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद उनके निर्वाचन की घोषणा की गई। इस पद के लिए मैदान में कोई अन्य उम्मीदवार नहीं था। शाह के नाम का प्रस्ताव करने वालों में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अनंत कुमार, जे पी नड्डा, एम वेंकैया नायडू के अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में वसुंधरा राजे, रघुवर दास, शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य शामिल हैं। भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक 28 जनवरी को शाम में निर्धारित की गई है, जहां नए कार्यकाल के लिए शाह का स्वागत किया जाएगा। मोदी के बेहद करीबी माने जाने वाले शाह के लिए यह पूर्ण कार्यकाल होगा, जो तीन वर्षों का होगा।

राजनाथ सिंह के केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल होने के कारण मई 2014 में शाह ने अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था। माना जा रहा है कि शाह की फिर से ताजपोशी के बाद संगठन में व्यापक फेरबदल हो सकता है। बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल में भी बदलाव होने की संभावना है। दिल्ली और बिहार में विधानसभा चुनावों में भाजपा की करारी शिकस्त के बाद शाह के नेतृत्व पर सवाल उठे थे लेकिन मोदी का विश्वासपात्र होने के कारण उनकी गद्दी बरकरार रही।

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