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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पठानकोट आतंकवादी हमले की असलियत सामने लाने के लिए पंजाब के पुलिस अधिकारी सलविंदर सिंह का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराएगी। जांच एजेंसी झूठ पकड़ने के लिए यह परीक्षण कराती है। गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सिंह से शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन पूछताछ हुई तथा उनका उनके रसोइये मदन गोपाल एवं दरगाह के संरक्षक सोमराज से आमना-सामना कराया गया। सिंह पंजाब सशस्त्र बल की 75 वीं बटालियन में सहायक कमांडेंट हैं। उन्हें पठानकोट हमले के कुछ ही दिन पहले गुरदासपुर के पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) पद से हटाया गया था और वह अनुशासनहीनता के आरोपों का भी सामना कर रहे हैं। सू़त्रों ने बताया कि सिंह ने सैद्धांतिक रूप से पोलीग्राफ टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला परीक्षण) के लिए अपनी सहमति दे दी है। अब एनआईए सिंह का पोलीग्राफ टेस्ट करने के लिए शनिवार को यहां की एक विशेष अदालत से इजाजत मांगेगी। दरअसल सिंह बार बार अपना बयान कथित रूप से बदल रहे हैं। एनआईए पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच कर रही है।

उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों ने 31 दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात को पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर घुसने से पहले सिंह की कार अगवा कर ली थी। सूत्रों ने बताया कि विरोधाभासी बयानों के चलते उन सभी का आमना सामना कराने की जरूरत पड़ी। सिंह ने पंजाब पुलिस से कहा था कि उनका अकसर दरगाह में आना-जाना होता था, जबकि सोमराज ने दावा किया कि उन्होंने उन्हें पठानकोट आतंकवादी हमले से कुछ घंटे पहले पहली बार देखा था।

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