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नई दिल्ली: उत्तर पूर्व दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार बनते ही कन्हैया कुमार ने अपने प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार मनोज तिवारी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपनी पहली प्रतिक्रिया में तिवारी से गत 10 साल के दौरान किए कार्यों का हिसाब मांगा है। वह बताएं कि उन्होंने क्या किया है। दरअसल दिल्ली में भाजपा ने काम नहीं किया है। वह केवल इंडिया गठबंधन के घटक दलों को बिना वजह परेशान करने में लगी हुई है।

कन्हैया बोले- दिल्ली में बीजेपी ने नहीं किया कोई काम

कन्हैया कुमार ने मीडिया से बात करने के दौरान कहा कि वह मनोज तिवारी को दो बार से सांसद होने के बावजूद चुनौती नहीं मानते हैं। दरअसल किसी न किसी के खिलाफ चुनाव लड़ना होता है। इस कारण व्यक्ति महत्वपूर्ण नहीं होता है, बल्कि विचार और मुद्दे महत्वपूर्ण होते हैं और मनोज तिवारी को 10 साल के दौरान किए गए कार्य जनता को बताने चाहिए। इसके बाद जनता उनके दावों की सच्चाई को परख कर अपना समर्थन और आशीर्वाद देने का निर्णय लेगी।

दूसरी ओर उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक व मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। यह पूरी तरह दिल्ली व उसके लोगों का अपमान है। इसके अलावा लोकतांत्रिक प्रक्रिया का मजाक उठाया जा रहा है। इन मामलों पर भी जनता के सवालों का मनोज तिवारी को जवाब देना होगा।

टिकट मिलते ही कन्हैया का खुला पिटारा, सोशल मीडिया पर पुरानी क्लिप वायरल

जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार चुनावी दंगल में उतरते ही सोशल मीडिया पर चर्चा में रहे। कन्हैया कुमार के भाषणों की पुरानी क्लिप दिन भर वायरल होती रहीं। इस मामले में उत्तर-पूर्वी सीट पर उनके प्रतिद्वंदी मनोज तिवारी भी पीछे नहीं रहे। एक्स समेत लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिन भर हर एक मिनट पर दोनों उम्मीदवारों से संबंधित नई पोस्ट नजर आती रही। एक्स पर फोटो, वीडियो, पोल इत्यादि के साथ शाम होने तक कन्हैया और मनोज के क्रमश: 95 हजार व पचास हजार पोस्ट शेयर किए गए। इसके अलावा, ''उत्तर-पूर्वी दिल्ली का अगला सांसद कौन'' यूजर को एंगेज करता रहा।

दोनों उम्मीदवारों के समर्थकों व विरोधियों के बीच छिड़ी जंग को देखकर एक अलग ही कहानी नजर आई। सोशल मीडिया पर दिन भर मिनी चुनाव का माहौल रहा। वहां की स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि सत्ता संग्राम में कन्हैया और मनोज नहीं, बल्कि आम यूजर उतरे हैं। दोनों के समर्थक जहां अपने-अपने उम्मीदवार की तारीफों के पुल बांधते रहे, तो वहीं विरोधी टांग खींचते।

कन्हैया के समर्थकों ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि सही नेता को चुनावी दंगल में उतारा गया है। वह यह चुनाव जीत के रहेंगे। इस बीच कन्हैया के भाषणों की पुरानी क्लिप का पिटारा भी लोगों ने खोला। यूजर उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर करते रहे। कन्हैया को जहां सरकार की नींव हिला देने वाला वक्ता बताया गया, तो दूसरी ओर उन पर तरह-तरह के आरोप लगाकर लपेटे में भी लिया गया। कइयों ने तो उनकी आवाज की शेर की दहाड़ से तुलना कर दी। उनके समर्थकों का मानना रहा कि वह संसद में एक शक्तिशाली आवाज के तौर पर उभरेंगे। और वह अपने दम पर दिल्ली में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की सामर्थ्य रखते हैं।
उधर, मनोज तिवारी के समर्थक कन्हैया के पुराने बयानों को वायरल कर माहौल को मनोज के पक्ष में रखने की कोशिश करते नजर आए। वे कहते रहे कि कन्हैया पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कई आरोप हैं। इस बीच देश के जवानों से संबंधित उनका एक विवादित बयान भी वायरल किया गया। इस मामले में कन्हैया की निंदा की गई। लोगों के बीच यह संदेश फैलाया कि वह जिन कन्हैया को समर्थन दे रहे हैं, उन पर देश विरोधी प्रदर्शनों में शामिल होने के आरोप रह चुके हैं।

'अगला सांसद कौन' होता रहा ट्रेंड

कन्हैया के उम्मीदवार बनने के बाद सोशल मीडिया पर 'उत्तर पूर्व दिल्ली क्षेत्र का अगला सांसद कौन' लोगों को बांधने लगा। इस मामले में आम यूजर ही नहीं, बल्कि मीडिया हाऊस भी पीछे नहीं रही। पोल बनाकर अपने फॉलोअर्स की राय ली गई। कई पोल में कन्हैया हजारों वोट के साथ आगे रहे। तो सोशल मीडिया के इस मिनी चुनाव में कहीं मनोज की जीत हुई। कन्हैया के मजबूत पक्षों को आगे रखकर उनकी जीत को निश्चित बताया गया। मनोज के समर्थक तंज कसते हुए कहते नजर आए कि जैसे गिरीराज सिंह ने लाखों वोट से हराया था, इस बार वो कन्हैया को भी ऐसे ही हराएंगे।

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