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चेन्नई: सचिन तेंदुलकर ने अपने दो दशक से अधिक लंबे करियर में सिर्फ एक टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला लेकिन इस महान भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस प्रारूप ने क्रिकेट को खेलने के तरीके विशेषकर बल्लेबाजी को पूरी तरह बदल दिया है। भारत में मार्च-अप्रैल में होने वाली विश्व ट्वेंटी20 चैम्पियनशिप से पहले एक टायर कंपनी के साथ आईसीसी की साझेदारी की घोषणा के लिए आयोजित कार्यक्रम में तेंदुलकर इस विषय पर बात कर रहे थे कि कैसे यह प्रारूप खेल में क्रांतिकारी बदलाव लाया। तेंदुलकर ने कहा, ‘टी20 ने क्रिकेट को खेलने के तरीके को बदल दिया है। उदाहरण के लिए किसी ने नहीं सोचा था कि बल्लेबाज शार्ट थर्ड मैन की मौजूदगी में तेज गेंदबाज पर रिवर्स स्वीप खेलेंगे।

नई दिल्ली: भारत एशिया कप और विश्व टी20 चैम्पियनशिप से पहले नौ फरवरी से तीन टी20 मैचों की श्रृंखला के लिए श्रीलंका की मेजबानी करेगा। ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार टूर्नामेंट की शुरुआत पुणे में टी20 मैच के साथ होगी जिसके बाद दिल्ली में 12 फरवरी को दूसरा मैच खेला जाएगा। तीसरा और अंतिम मैच 14 फरवरी को विशाखापत्तनम में होगा। वर्ष 2014 में विश्व टी20 फाइनल के बाद श्रीलंका और भारत की टीमें पहली बार क्रिकेट के इस सबसे छोटे प्रारूप में आमने सामने होंगी। श्रीलंका ने 2014 में भारत को हराकर विश्व टी20 खिताब जीता था। नवंबर 2015 में टेस्ट स्थल का दर्जा हासिल करने वाला पुणे का महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम अपने तीसरे अंतरराष्ट्रीय और दूसरे टी20 मैच की मेजबानी करेगा।

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया में जूझ रही भारतीय क्रिकेट टीम को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग करते हुए बुधवार को कहा कि कुछ खिलाड़ियों ने कई बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने के बावजूद अपनी अतीत की गलतियों से सबक नहीं लिया हैं। गावस्कर ने चौथे एकदिवसीय मैच में हार के बाद पांच मैचों की श्रृंखला में भारत के 0-4 से पिछड़ने के बाद कहा, ‘श्रृंखला के बाद हमें कड़े कदम उठाने होंगे। मैं आमूलचूल बदलाव के लिए नहीं कह रहा लेकिन ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी अतीत की गलतियों से नहीं सीखे हैं। ऐसे खिलाड़ी हैं जो तीन या चार बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर चुके हैुं लेकिन अपनी गलतियों से नहीं सीखे हैं।

कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे एकदिवसीय मैच में बल्लेबाजी क्रम के ध्वस्त होने की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि शिखर धवन और विराट कोहली के शतक के बाद उन्हें टीम को लक्ष्य तक पहुंचाना चाहिए था। मनुका ओवल में 349 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम एक समय एक विकेट पर 277 रन बनाकर काफी अच्छी स्थिति में थी लेकिन इसके बाद उसने 46 रन पर नौ विकेट गंवाए जिससे पूरी टीम 49.2 ओवर में 323 रन पर ढेर हो गई। भारत ने मैच 25 रन से गंवाया और सीरीज में 0-4 से पिछड़ रहा है जिससे धोनी निराश हैं। धोनी ने कहा, ‘मैं नाराज नहीं हूं, मैं निराश हूं। यह ऐसा मैच था जिसमें हमें बेहतर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी।

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