झांसी: यूपी के झांसी के मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार (15 नवंबर) की रात भीषण आग लग गई। झांसी डीआईजी कला निधि नैथानी ने 10 बच्चों के मौत की पुष्टि की है। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के शिशु वार्ड में ये घटना हुई। हादसे में कई बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गए। यहां 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। बच्चों को बगल के सुपर स्पेशलिटी वार्ड में भर्ती कराया गया। आग लगने के बाद भगदड़ की स्थिति बन गई। आग को फायर ब्रिगेड ने बुझा दिया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, शॉट सर्टिक की वजह से ये घटना हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों को तुरंत उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सीएम ने घायलों के तुरंत ठीक होने की कामना की है।
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है।
सीएम योगी ने लिखा, जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
12 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश
सीएम के निर्देश पर मंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख स्वास्थ्य सचिव झांसी रवाना हो गए हैं। कमिश्नर और डीआईजी को बारह घंटे के भीतर हादसे की जांच कर सीएम को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
एक दर्जन से ज्यादा दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया
घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड की एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।
दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कानूनी कार्रवाई हो: राहुल गांधी
यूपी के अमेठी से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक हादसे में कई नवजात बच्चों की मृत्यु और घायल होने की ख़बर से बेहद दुखी हूं। पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
राहुल ने लिखा, उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक हो रही इस तरह की दुखद घटनाएं सरकार और प्रशासन की लापरवाही को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
सरकार सुनिश्चित करे कि घायल बच्चों का बेहतर से बेहतर इलाज हो। साथ ही इस दुखद घटना की तुरंत जांच कराई जाए और दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कानूनी कार्रवाई हो।