लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार पर जोर देते हुए कहा है कि अस्पतालों में दवाइयों की कमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गांवों व शहरों में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहे। इसके अलावा ऑपरेशन थियटर की मैकनाइज्ड सफाई कराई जाए। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने आवास पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक सुनील कुमार श्रीवास्तव के साथ सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इलाज एवं ऑपरेशन के लिए अस्पतालों में लगे सभी जरूरी उपकरण चालू हालत में रहने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों एवं तीमारदारों के साथ विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ठीक ढंग से व्यवहार करना चाहिए। इस संबंध में शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रदेश में निर्माणाधीन ट्रॉमा सेंटर, बर्न यूनिट एवं डायलिसिस के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इनके बाकी के काम को जल्द पूरा कराकर इन्हें चालू किया जाए। इसके अलावा पहले से स्थापित ट्रॉमा सेंटर, बर्न यूनिट एवं डायलिसिस यूनिटों की व्यवस्था को और अधिक मुकम्मल किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए समाजवादी सरकार ने बड़े पैमाने पर राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्थापना एवं सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं मुहैय्या कराने का काम किया है।
स्वास्थ्य विभाग को व्यापक स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं ताकि जनता को इलाज की अच्छी सुविधा प्राप्त हो। इसमें कोई कमी पाए जाने पर दोषी के विरुद्घ कार्रवाई करने में किसी प्रकार की हिचक नहीं की जाएगी।