लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज (गुरूवार) यश भारती सम्मान से 73 हस्तियों को सम्मानित करते हुए कहा कि प्रदेश से आने वाली ये विभूतियां अपनी मेहनत और लगन से इस मुकाम पर पहुंची हैं। उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया और अपने हुनर के जरिये देश-दुनिया में प्रदेश का नाम रौशन किया। उन्होंने सम्मान प्राप्त करने वालों को बधाई देते हुए कहा कि इन प्रतिभाओं को सम्मानित करना और प्रदेश के युवाओं के समक्ष उन्हें एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करना समाज एवं राज्य सरकार की जिम्मेदारी है, जिससे प्रदेश के नवयुवकों को प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि यश भारती सम्मान के जरिये हमें कई महान विभूतियों की ‘रूट्स्’ का भी पता चला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार नेताजी ने 1994 में शुरू किया था। पिछली सरकार ने यश भारती समेत अन्य सभी प्रकार के सम्मानों एवं पुरस्कारों को रोक दिया था, जिसे वर्तमान सरकार ने पुनः शुरू किया है। वर्तमान समाजवादी सरकार द्वारा ऐसे सम्मान समारोहों का आयोजन कर पूरे देश में यह संदेश देने का काम किया जा रहा है कि प्रगति के लिए अपनी प्रतिभाओं का सम्मान करना भी जरूरी है। अब-तक तमाम क्षेत्र की 187 विभूतियों को यह सम्मान दिया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन देश की प्रगति, साहित्य, कला, खेल-कूद आदि सभी क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित करते हैं।
राज्य सरकार ने प्रदेश के खिलाड़ियों, साहित्यकारों, संगीतकारों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों को सम्मानित करने का काम किया है, जिससे प्रदेश के नौजवान इन प्रतिभाओं से प्रेरणा ग्रहण कर राष्ट्र एवं समाज के लिए बेहतर योगदान दे सकें। उन्होंने भरोसा जताया कि सभी के सम्मिलित प्रयास से प्रदेश ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। यादव ने कहा कि विशिष्ट हस्तियां अपनी साधना लगातार जारी रख सकें, इस इरादे से राज्य सरकार ने इन्हें मासिक पेंशन देने की योजना लागू की है। इसके तहत यश भारती सम्मान एवं उत्तर प्रदेश के पदम् सम्मान से सम्मानित महानुभाव को प्रतिमाह 50 हजार रुपये पेंशन दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की समाजवादी सरकार ने प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिए भी बहुत से काम किए हैं, जिनमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, लखनऊ मेट्रो रेल जैसी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। यह सभी योजनाएं प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देने का काम करेंगी। इसके अलावा समाजवादी पेंशन योजना जैसी जन कल्याणकारी योजनाएं भी लागू की गयी हैं, जिससे 55 लाख गरीब महिलाओं को 500 रुपये प्रतिमाह की सहायता प्रदान की जा रही है। छात्र-छात्राओं को निःशुल्क लैपटाॅप का वितरण किया गया है, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें। वर्ष 2016-17 में यश भारती सम्मान से सम्मानित होने वाली हस्तियों में बेगम हमीदा हबीबुल्लाह (समाजसेवी), श्रीमती स्वरूप कुमारी बक्शी (साहित्यकार), डाॅ.सैय्यद मोहम्मद बशीर बद्र (उर्दू शायर), डाॅ0 राम रतन बनर्जी (चिकित्सा), माहेश्वर तिवारी (साहित्यकार), संतोष आनन्द (फिल्म गीतकार),राज कृष्ण मिश्र (साहित्यकार), केवल कुमार (संगीत निर्देशक), डाॅ.अनिल कुमार रस्तोगी (अभिनय), प्रो.(डाॅ.) कमर रहमान (वैज्ञानिक), अशोक निगम (पत्रकार), डाॅ.(श्रीमती) सबीहा अनवर (अध्यापन एवं उर्दू लेखन), नवाब मीर जाफर अब्दुल्लाह (हस्तशिल्पकला/संस्कृतिकर्मी), नसीरूद्दीन शाह (अभिनेता) तथा डाॅ. सैय्यद मुहम्मद हस्सान (यूनानी चिकित्सा एवं अनुसंधान) शामिल हैं। इस सम्मान से सम्मानित होने वाली विभूतियों में वेंकट चंगावल्ली (समाज सेवा), डाॅ.रतीश चन्द्र अग्रवाल (चिकित्सा), प्रो. (डाॅ.) गौरदास चौधरी (चिकित्सा), उस्ताद गुलफाम अहमद रबाब (रबाब एवं सरोद वादक), प्रो.राकेश कपूर (चिकित्सा शिक्षा), पंडित विश्वनाथ (शास्तीय संगीत), काशीनाथ यादव (लोक गीत ‘बिरहा’), अतुल तिवारी (नाट्य/फिल्म लेखन एवं अभिनय), राम मिलन यादव (कुश्ती), राजेन्द्र सिंह (जल संरक्षण), डाॅ.दीपक कुमार अग्रवाल (चिकित्सा), सौरभ शुक्ला (अभिनेता, निर्देशक एवं पटकथा लेखन), सर्वेश अस्थाना (साहित्यकार), अनुभव सिन्हा (फिल्म निर्देशक), मोहम्मद असलम वारसी (कव्वाली गायन), फारूक अहमद (समाज सेवा) तथा आत्म प्रकाश मिश्र (ब्राॅडकास्टर) भी सम्मिलित हैं। इसके अलावा, डाॅ. रमाकान्त यादव (चिकित्सा), डाॅ.शिवानी मातनहेलिया (शास्त्रीय संगीत), ज्ञानेन्द्र पाण्डेय (क्रिकेट), विजय शेखर शर्मा (मोबाइल बैंकिंग), श्रीमती अनुपमा राग (पाश्र्व गायन एवं संगीत निर्देशन), श्रीमती सुमन यादव (जेवलिन थ्रो), प्रवीन कुमार (क्रिकेट), मरिन्दर कुमार मिश्रा (लेखक), पीयूष चावला (क्रिकेट), सुश्री सुमोना चक्रवर्ती (अभिनेत्री), भुवनेश्वर कुमार सिंह मावी (क्रिकेट), सुश्री गार्गी यादव (कुश्ती), वरुण सिंह भाटी (खेल-पैरा एथलेटिक्स), योगेश मिश्र (पत्रकार), सुश्री सोनी चैरसिया (कथक नृत्यांगना), आफताब साबरी एवं हाशिम साबरी (साबरी बन्धु) (कव्वाली गायन), लेफ्टिनेन्ट जनरल अनिल चैत (सैन्य सेवा), आध्यात्ममूर्ति ओमा द अक् (ओमा उपाध्याय) (ज्योतिष), दीपराज राणा (अभिनेता), अर्जुन वाजपेयी (पर्वतारोहण), रवि कपूर (फोटोग्राफर), मनोज मुन्तशिर (फिल्म गीतकार) तथा सुश्री पद्मा गिडवानी (गायिका) को भी यश भारती से सम्मानित किया गया है। गज़ल गायक कमाल खान, श्रीमती नूर अलस्सबा (चित्रकला), गुलाम शर्फुद्दीन अंसारी उर्फ गुलामन (निर्यातक एवं उद्योगपति), डाॅ.आलोक पारीक (होम्योपैथिक चिकित्सा), उस्ताद नाजिम हुसैन (तबला), पं. हरि प्रसाद मिश्र (ज्योतिष विशेषज्ञ व राजपुरोहित), शेफ गुलाम मोइनुद्दीन कुरैशी (पाक कला), पण्डित रामकुमार मिश्र (तबला वादक), प्रो. (डाॅ.) राममोहन पाठक (पत्रकारिता), डाॅ. शाहदाब रुदौलवी (साहित्यकार), डाॅ. मंसूर हसन (चिकित्सा शिक्षा), दीन मोहम्मद दीन (साहित्य), सुश्री शिखा द्विवेदी (दूरदर्शन), श्रीमती रचना गोविल (खेल), ले.ज. ए.के. सिंह (सैन्य सेवा), मुराद खान (फिल्म अभिनेता), श्रीमती अर्चना सतीश (कम्पीयरिंग) तथा एस.डी. सिंह (खेल) को भी इस सम्मान से सम्मानित किया गया है। ज्ञातव्य है कि यश भारती सम्मान के अन्तर्गत प्रशस्ति-पत्र, शाॅल तथा 11 लाख रुपये का चेक दिये जाने की व्यवस्था है। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम को पंचायती राज मंत्री राम गोविन्द चौधरी, संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती अरुण कुमारी कोरी तथा मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने भी सम्बोधित किया।