ब्रिस्बेन: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट से जीत लिया है। ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर 308 रन के लक्ष्य को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 3 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया। पहले मैच की तरह एक बार फिर टीम की फील्डिंग खराब रही। पर्थ में जहां हमने रनआउट के मौके गंवाए थे, वहीं इस मैच में तीन से चार कैच टपका दिए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और टीम को जीत तक पहुंचा दिया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से जॉर्ज बेली ने एक बार फिर शानदार पारी खेली और 76 रन पर नाबाद लौटे। टीम इंडिया को पहली सफलता रवींद्र जडेजा ने दिलाई। उन्होंने एरॉन फिंच को 71 के निजी स्कोर पर अजिक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। इसके बाद ईशांत शर्मा ने शॉन मार्श को 71 के स्कोर पर चलता किया। मॉर्श को कोहली ने लपका। कप्तान स्टीव स्मिथ ने एक बार फिर सधी हुई पारी खेली और 46 रन बनाकर उमेश यादव का शिकार बने।
ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट 145, दूसरा 166 और तीसरा विकेट 244 के स्कोर पर गिरा। गौरतलब है कि टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 308 रन बनाए थे। इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करते हुए सर्वाधिक स्कोर ऑस्ट्रेलिया का ही है। ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 जनवरी 2014 को 301 रन बनाए थे। आखिरी ओवरों में टीम इंडिया की बैटिंग एक बार फिर लड़खड़ा गई। आखिरी के 10 ओवर में टीम केवल 75 रन ही बना सकी। हमने 45 से 50 ओवर के बीच 38 रन पर 5 विकेट खो दिए। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद कप्तान एमएस धोनी 9 गेंदों में 11 रन बनाकर कैच दे बैठे। उन्हें स्कॉट बोलैंड की गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल ने लपका। वहीं मनीष पांडे ने 6 रन के निजी स्कोर पर कैच थमा दिया। अजिंक्य रहाणे ने जरूर 80 गेंदों में 89 रन बनाए। उन्होंने छह चौके और एक छक्का लगाया, लेकिन वे भी 50 ओवर तक नहीं टिक सके। इस प्रकार टीम इंडिया 50 ओवर में 308 रन ही बना सकी। रोहित शर्मा 127 गेंदों में 124 रन बनाकर आउट हुए। वे अनलकी रहे। हुआ यह कि 43वें ओवर में रहाणे ने फॉल्कनर की गेंद को सीधे बल्ले से सामने की ओर खेला और गेंद फॉल्कनर के हाथ को छूती हुई विकेटों में जा लगी। इस दौरान रोहित क्रीज से बाहर थे और उन्हें पैवेलियन लौटना पड़ा। रोहित ने अपनी इस पारी में 11 चौके और 3 छक्के लगाए। कोहली के आउट होने के बाद रोहित ने एक छोर से अपनी शानदार पारी जारी रखी। इस बीच रहाणे ने उनका बखूबी साथ दिया। रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान सीरीज में लगातार दूसरा शतक जड़ा। उन्होंने पर्थ में नाबाद 171 रनों की पारी खेली थी। यह उनके करियर का 10वां शतक है, वहीं उनकी फेवरेट विरोधी टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह उनका 5वां शतक है। रोहित ने 111 गेंदों में 100 रन पूरे किए, जिसमें 8 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। इस शतक के साथ रोहित भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ वीवीएस लक्ष्मण से आगे निकल गए हैं। लक्ष्मण के नाम ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे शतक थे, वहीं रोहित के नाम अब 4 शतक हो गए हैं। इसके साथ ही वे ऑस्ट्रेलिया में विश्व के दूसरे सबसे कामयाब बल्लेबाज़ बन गए हैं। ऑस्ट्रेलियाई ज़मीन पर रोहित से ज्यादा शतक सिर्फ़ श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा के नाम हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में 5 शतक बनाए थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली ने सीरीज में टीम इंडिया की ओर से दूसरी बार शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को कुछ हद तक मजबूती दी, लेकिन जब लग रहा था कि दोनों एक बार फिर टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जाएंगे, तभी विराट रनआउट हो गए। उन्होंने स्कॉट बोलैंड की गेंद को फाइन लेग की ओर खेला और एक रन लेने के बाद दूसरे रन के लिए भी दौड़ पड़े, लेकिन हां-ना के फेर में विकेट खो दिया। आउट होने से पहले उन्होंने 67 गेंदों में 59 रन बनाए, जिसमें चार चौके शामिल रहे। रोहित और कोहली के बीच 125 रन की साझेदारी हुई, वहीं टीम इंडिया ने 20.2 ओवर में 100 रन पूरे किए। 24वें ओवर में 134 के स्कोर पर कोहली के रूप में दूसरा विकेट गिरने के बाद रोहित ने रहाणे के साथ मोर्चा संभाला और 30वें ओवर की समाप्ति पर टीम का स्कोर दो विकेट पर 166 रन तक ले गए। पर्थ वनडे की तरह एक बार फिर रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भारतीय पारी को संभाला। रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में अपना शानदार खेल जारी रखते हुए सीरीज में दूसरी फिफ्टी बनाई। उन्होंने इसके लिए 61 गेंदों का सामना किया, जिसमें 6 चौके एक छक्का लगाया। कोहली और रोहित ने 10 से 20 ओवर के बीच कोई भी विकेट नहीं गिरने दिया। 20वें ओवर की समाप्ति पर टीम इंडिया का स्कोर एक विकेट पर 99 रन रहा। सीरीज में दूसरी बार टॉस जीतकर बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया को शिखर धवन और रोहित शर्मा से अच्छी शुरुआत की उम्मीद थी, लेकिन धवन 6 के निजी स्कोर पर तीसरे ओवर में ही पैवेलियन लौट गए। उन्हें जोएल पेरिस ने विकेट के पीछे मैथ्यू वेड के हाथों कैच कराया। उस समय टीम का स्कोर 9 रन था। पर्थ वनडे में भी शिखर महज 9 रन ही बना पाए थे। धवन के आउट होने पर आए कोहली ने रोहित के साथ पारी को आगे बढ़ाया और 38 रन की साझेदारी की। पहले 10 ओवर में टीम इंडिया की शुरुआत धीमी रही और वह केवल एक विकेट खोकर 47 रन ही जोड़ सकी। इस दौरान रनरेट 4.70 रहा।